Uttar Pradesh: अमेठी में सड़कों के निर्माण में भ्रस्टाचार के मामले कम होने का नाम नही ले रहे है. आजादी के बाद पहली बार ग्रामीणों को सड़क तो नसीब हुई लेकिन वो भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ गई.ग्रामीणों ने 24 घंटे पहले बनी सड़क को हाथों और पैरों से उखाड़ कर वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, ग्रामीणों ने कार्यदाई संस्था पर घटिया सामग्री से सड़क निर्माण का आरोप लगाया है.
दरअसल ये पूरा मामला अमेठी तहसील क्षेत्र के कमासिन गांव का है जहाँ गांव में मलियन का पुरवा से पंडित का पुरवा तक 17 सौ मीटर लंबी सड़क का निर्माण हो रहा है. इस सड़क का प्रस्ताव विधान परिषद सदस्य गोबिंद नारायण शुक्ला ने दिया था. जिसके बाद नाबार्ड आरआईडीएफ योजना के तहत इसका निर्माण हो रहा है और पीडब्ल्यूडी इसका निर्माण कर रही है. ये सड़क आजादी के बाद से कच्ची थी जिसके बाद इसका निर्माण शुरू हुआ लेकिन भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ गया.24 घंटे पहले बनी सड़क को ग्रामीणों हाथों और पैरों से उखाड़ दिया. ग्रामीणों ने पीडब्ल्यूडी विभाग की लापरवाही का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया है.
स्थानीय ग्रामीण मनोहर शुक्ला ने कहा कि ग्राम सभा मे जो सड़क बन रही है उसमे पूरी तरह से भ्रस्टाचार हो रहा है. इसमें मानक के अनुसार कोई काम नही हो रहा है.न तो इस सड़क में गिट्टी पड़ रही है और न ही तारकोल पड़ रहा है.सिंर्फ काम चलाऊ सड़क बना दी जा रही है जो हाथों से उखड़ जा रही है।वही विभाग के अफसरों का कहना है मानक के अनुसार सड़क को फिर से बनाई जाएगी.