दिल्ली चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की प्रचंड जीत के बाद इंडिया ब्लॉक के अलग-अलग दलों के बयान आ रहे हैं. समाजवादी पार्टी और शिवसेना (UBT) की बयानबाजी के बाद अब टीएमसी ने कांग्रेस और AAP पर बड़ा हमला बोला है. टीएमसी लीडर कीर्ति ने कहा, “इंडिया ब्लॉक की कमान ममता बनर्जी को सौंप देनी चाहिए. कांग्रेस, इंडिया ब्लॉक की मीटिंग क्यों नहीं बुला रही है. कांग्रेस ने दिल्ली में बीजेपी का समर्थन किया है. कांग्रेस की रस्सी जल गयी है लेकिन बल नहीं गया है.”
कीर्ति आजाद ने आगे कहा कि ममता बनर्जी से अच्छा कौन है, जिसने नरेंद्र मोदी को नाको चने चबवा दिए. दिल्ली के नतीजों पर कांग्रेस को सोचना चाहिए. इंडिया गठबंधन की कप्तानी कांग्रेस पार्टी कर रही है. खुद ही आकर कलर डाल देंगे और 13 सीटों पर प्रभाव डाल देंगे और अपने ही घटक दल को हरवा देंगे.
उन्होंने आगे कहा, “खाने की थाली में जब कप्तान ही छेद करने लगे, तो हम क्या कर सकते हैं. अगर कांग्रेस पार्टी खलल नहीं डालती तो, आम आदमी पार्टी 41 सीट लाती. ग्राउंड पर कुछ नहीं है लेकिन कांग्रेस खलल डालने का काम कर रही है. दिल्ली में तो कांग्रेस ने बीजेपी का ही समर्थन किया है.”
‘गठबंधन की सियासत में अहंकार नहीं…’
दिल्ली चुनाव नतीजों और इंडिया ब्लॉक पर शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा, “हम सभी इंडिया गठबंधन के भागीदार हैं, कांग्रेस हमारी वरिष्ठ भागीदार है और राहुल गांधी हमारे नेता हैं. वरिष्ठ भागीदार की जिम्मेदारी है कि वह सबको साथ लेकर चलें. यह AAP की भी जिम्मेदारी थी, चर्चा होनी चाहिए थी, शायद नतीजे अलग होते और बीजेपी नहीं जीत पाती. इसके लिए AAP और कांग्रेस दोनों जिम्मेदार हैं. गठबंधन की सियासत में अहंकार नहीं होना चाहिए. कांग्रेस को बड़े भाई की जिम्मेदारी निभानी चाहिए.”
‘इंडिया ब्लॉक का एक चेहरा…’
दिल्ली में आप की हार पर समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन ने कहा, “यह इंडिया ब्लॉक में भ्रम की वजह से हुआ है. अगर कांग्रेस ने हरियाणा में AAP को सीटें दी होती और दिल्ली में AAP और कांग्रेस साथ मिलकर चुनाव लड़ते, तो यह नौबत नहीं आती. हमें आत्मचिंतन करने की जरूरत है. इंडिया ब्लॉक का एक चेहरा होना चाहिए, हमारे पास कोई रणनीति होनी चाहिए. हमें अपनी गलतियों से सीखने की जरूरत है.”