कुरुद: समाज में नशाबंदी, अपराधमुक्त गांव, कुपोषण और पर्यावरण संरक्षण जैसे अहम मुद्दों को लेकर सरपंच संघ कुरूद के नेतृत्व में शुरू ‘मेरा गांव मेरा अभिमान’ धीरे-धीरे जन आंदोलन का शक्ल लेने लगा है. इस पहल के चलते कुरुद विकासखंड के करीब 40 ग्राम पंचायतों में महिला संगठन की टीम तैयार हो चुकी है.
सोमवार को सरपंच संघ पदाधिकारियों की मौजूदगी में कुरुद जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत कोड़ापार, गणेशपुर, भेड़सर, देवरी, दरबा, उमरदा, नवागांव-कचना, भाठागांव, भेंडरवानी, करगा और बगौद में महिला कमांडो और ग्रीन कमांडो समितियों का गठन किया गया. इस कार्यक्रम में शामिल नारी शक्ति ने एक स्वर में प्रण लिया कि अब गांव केवल बसावट नहीं रहेंगे, इन्हें सुंदर, स्वच्छ और आत्मनिर्भर गांव के रूप में सजीव मिसाल बनायेंगे. जहाँ नशाबंदी, अपराध, कुपोषण और पर्यावरण संरक्षण के लिए सामुहिक प्रयास किया जाएगा.

सरपंच संघ के अध्यक्ष ने अपने गांव से की शुरुआत
सरपंच संघ अध्यक्ष हरिशंकर साहू ने इसकी शुरुआत अपनी पंचायत खुरसेंगा से की. महिलाओं संगठन को एक परिवार की तरह जोड़ते हुए उसकी शक्ति को आदर्श समाज में लगाने का सिलसिला पंचायत दर पंचायत आगे बढ़ने लगा. उन्होंने बताया कि 108 पंचायत वाले कुरुद ब्लॉक में अब तक 35-40 पंचायतों में महिला संगठन का गठन किया जा चुका है. अगले कुछ दिनों में शत प्रतिशत गाँव में इस अभियान का पहला चरण पूरा कर लिया जाएगा.
अभियान से गांव की तस्वीर व तकदीर बदलेगी
संघ संरक्षक टिकेश साहू ने नवागांव पंचायत में इस विचारधारा की मशाल जलाकर आंदोलन को दिशा देने का काम किया है. महिला उपाध्यक्ष पुष्पलता साहू भाठागांव और पूजा साहू दरबा ने आगे आकर अभियान में नई ऊर्जा का संचार करते यह साबित किया कि जब महिलाएं आगे आती हैं तो गांव की तस्वीर और तक़दीर दोनों बदल जाती हैं. कोषाध्यक्ष जयमित्र साहू गोजी, मीडिया प्रभारी योगेश साहू भोथली ने अपने प्रबंधन कौशल से इस अभियान को मज़बूती दी और इसकी गूंज गांव-गांव तक पहुंचाई है.
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