ABCD के इस पैटर्न में छिपा था गुजरात में भर्ती परीक्षा की पेपर सेटिंग का सीक्रेट… ऐसे लगा पता, जांच के आदेश

गुजरात में 9 फरवरी के दिन स्वास्थ्य विभाग में स्टाफ नर्स के 1900 से अधिक रिक्त पदो पर भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन हुआ. इसके बाद परीक्षा समिति की तरफ से जारी प्रोविजनल आंसर की. आंसर की में सारे सवालों के जवाब एक लाइन से थे यानी कि A,B,C,D फॉर्मेंट में थे. पहले प्रश्न का आंसर A था, दूसरे का B, तीसरे का C, चौथे का D फिर पांचवे प्रश्न का उत्तर A था. इसी क्रम में सारे सवालों के उत्तर थे. एक ही क्रम में उत्तर होने की वजह से स्टाफ नर्स की परीक्षा पर सवाल उठ रहे हैं. अब इस परीक्षा को लेकर जांच की माग उठ रही है.

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1900 से अधिक पदों के लिए हुई थी भर्ती परीक्षा

बता दें कि 9 फरवरी के दिन गुजरात के अलग अलग जिलों में 46,000 करीब कैंडिडेट्स ने स्वास्थ्य विभाग के वर्ग 3 के स्टाफ नर्स के 1900 से अधिक पदों के लिए ओएमआर बेस्ड परीक्षा दी थी. यह परीक्षा शांतिपूर्ण माहौल में खत्म तो हो गई लेकिन इसकी आंसर की जैसे ही जारी हुई है उसके बाद विवाद शुरू हो गया है. स्टाफ नर्स के पदो के लिए आयोजित परीक्षा दो हिस्सों में ली गई है. जिसमे पहला हिस्सा 100 मार्क्स का था, इसमें नर्सिंग से जुड़े सवाल थे और दूसरा हिस्सा भी 100 मार्क्स का था .इसमें गुजराती व्याकरण से जुड़े सवाल थे लेकिन दूसरे हिस्से के पेपर में पूछे गए सभी 100 सवालों के जवाब एक लाइन से एबीसीडी.. एबीसीडी… इसी फॉर्मेट में हैं.

छात्र संघ के लीडर ने उठाए परीक्षा पर सवाल

परीक्षा समिति की तरफ से जारी स्टाफ नर्स की आंसर की को देखने के बाद कई कैंडिडेट्स, स्टूडेंट नेता युवराज सिंह जडेजा, कांग्रेस समेत कई लोग परीक्षा पर सवाल उठा रहे हैं. स्टूडेंट नेता युवराज सिंह ने कहा है कि अनेक परीक्षा के क्वेश्चन पेपर्स और आंसर की देखी है लेकिन एक ही लाइन से सभी के आंसर हों ऐसा आजतक कभी देखा नहीं है.

आंसर में एक ही सीक्वेंस देखने को मिल रहा है. इसमें जरूर कोई गड़बड़ है. यूपीएससी, जीपीएससी की परीक्षा में ऐसा कभी नहीं देखा. इसलिए यह कोई प्रयोग या संयोग नहीं लग रहा लेकिन सोची समझी साजिश लग रही है. यह परीक्षा का आयोजन गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी की तरफ से किया गया है, जिन्होंने पेपर सेट किया और प्रोविजनल आंसर शीट जारी की है. ऐसे में इस परीक्षा को लेकर जांच जरूरी है ताकि सच्चाई का पता लग सके.

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मनीष दोशी ने क्या कहा?

गुजरात कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा, ‘पहले भी राज्य में जो भर्ती परीक्षाएं हुई हैं उनमें कई बार अनेक कमियां पाई गई हैं. स्टाफ नर्स की परीक्षा की आंसर की देखकर परीक्षा में पहली दृष्टि से संदेह पैदा हो रहा है. किसी ना किसी को मदद करने के लिए ऐसा किया गया है ये लग रहा है. लोगों को भरोसा हो, सरकार ऐसी व्यवस्था देने में नाकाम रही है. इसकी जांच के लिए मुख्यमंत्री से अपील कर रहा हूं ताकि कैंडिडेट्स को न्याय मिल सके. इसमें कोई खेल लग रहा है, संदेह सरकार दूर करें. एक ही फॉर्मेट में जवाब आना अनेक शंका को जन्म देता है. सरकार की मंशा शुद्ध नहीं लग रही है. शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा में पारदर्शिता जरूरी है.’

यूनिवर्सिटी में हुई बैठक

स्टाफ नर्स के पदो के लिए परीक्षा कंडक्ट करने वाले गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने कहा कि, एबीसीडी, एक ही पैटर्न में आंसर होने को लेकर कल एक बैठक हुई है. यह परीक्षा 46000 कैंडिडेट्स ने दी थी. अब जो भी बाते सामने आ रही हैं उसके बाद हमने अभी तक यह पाया है कि किसी एक ही सेंटर, जिले में एक समान या एक ही लाइन से आंसर दिए गए हों ऐसा नहीं हुआ है.

इस बात को लेकर स्वास्थ्य विभाग के साथ संकलन में हैं. एक ही पैटर्न में आंसर होने के अलावा प्राथमिक दृष्टि से कोई गड़बड़ी नहीं लग रही है. बारकोड को लेकर रजिस्ट्रार ने कहा, हमने परीक्षा बीपीएससी की पैटर्न से ली है, जिसकी वजह से बारकोड को लेकर कोई सवाल नहीं उठते है. आने वाले दिनों में सरकार जो भी फैसला करेगी उसके हिसाब से हम आगे बढ़ेंगे.

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