जबलपुर में 15 करोड़ की बैंक डकैती का राज खुला! लुटेरे वारदात से पहले और बाद में इस गांव में छिपे थे

जबलपुर : सिहोरा के खितौला स्थित इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक में सोमवार सुबह हुई 15 करोड़ के सोने और नकदी की सनसनीखेज डकैती के तार अब इंद्राना गांव से जुड़ गए हैं.पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि पांचों आरोपी लुटेरे वारदात से कुछ दिन पहले ही यहां एक किराए के कमरे में आकर ठहरे थे और वारदात के बाद लगभग 24 घंटे तक वहीं छिपे रहे.
वहीं पुलिस कप्तान संपत उपाध्याय ने लुटेरों की गिरफ्तारी पर 10 हजार का इनाम घोषित किया था जिसे बढ़ाकर आईजी प्रमोद वर्मा ने 30 हजार कर दिया.हालांकि स्थानीय लोग लुटेरों के सम्बंध में जानकारी की पुष्टि कर रहे लेकिन पुलिस अभी तक इस जानकारी की पुष्टि खुद नहीं कर रही हैं.

 

वारदात के बाद लौटे ठिकाने पर-
सूत्रों के मुताबिक सोमवार सुबह बैंक से 14 किलो 875 ग्राम सोना और 5 लाख से अधिक नकदी लूटने के बाद आरोपित अलग-अलग रास्तों से भागकर सीधे इंद्राना पहुंचे.यहां वे उसी कमरे में लौटे जिसे उन्होंने वारदात से पहले किराए पर लिया था.दिन भर और रातभर वहीं रहे, ताकि पुलिस की नाकाबंदी से बच सकें.
कपड़े और थैला बदले, पहचान छुपाई-
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपितों ने यहां लूट का थैला बदला और कपड़े बदलकर अपनी पहचान छुपाने की कोशिश की.उनका मकसद था कि अगर रास्ते में पुलिस की जांच हो भी जाए तो हुलिया बदलने से पहचान न हो सके.इस चालाकी से वे सीमाओं पर कड़ी नाकाबंदी के बावजूद भाग निकले.
पुलिस के हाथ लगे अहम सबूत-
मंगलवार को पुलिस टीम इंद्राना पहुंची और किराए के कमरे की तलाशी ली.यहां से डकैती में इस्तेमाल पिस्टल, बिना नंबर की मोटरसाइकिल, खाली थैला और कपड़े बरामद हुए.ये सभी सामान वारदात में आरोपियों की मौजूदगी और उनकी योजना की पुष्टि करते हैं.
दलाली और किराए के लालच में मिली पनाह-
किराए का कमरा इंद्रजीत विश्वकर्मा के मकान में था। पूछताछ में उसने बताया कि गांव के ही सोनू बर्मन ने उसे चार-पांच युवकों से मिलवाया था.वे ज्यादा किराया दे रहे थे, इसलिए बिना ज्यादा पूछताछ के उसने कमरा दे दिया.सोनू ने भी कबूल किया कि मोटा कमीशन मिलने के कारण उसने यह कमरा दिलाने में मध्यस्थता की थी
‘रईस’ पर गहराया शक-
जांच में पुलिस को गांव के ही रईस नामक युवक पर गहरा संदेह है.स्थानीय लोगों से हुई पूछताछ में खुलासा हुआ कि रईस ने ही सोनू को कमरा ढूंढने के लिए कहा था.उसने दावा किया था कि बाहर से आने वाले अपने पांच दोस्तों को सिर्फ आठ दिन के लिए ठहराना है.इसके बदले सोनू को 2 हजार रुपये दलाली देने की पेशकश की थी.पुलिस को शक है कि रईस ही वारदात का लोकल संपर्क था और संभवत: यूपी से आए अपराधियों को उसी ने बुलाया.वारदात के बाद से रईस भी लापता है.
भनक लगते ही फरार-
पुलिस ने कमरे के आसपास रहने वाले ग्रामीणों से पूछताछ की.ग्रामीणों ने बताया कि आरोपितों की गतिविधियां संदिग्ध थीं और वे अक्सर मुंह ढककर रहते थे.पुलिस के आने से कुछ देर पहले ही वे गांव से गायब हो गए. इससे अंदेशा है कि उन्हें किसी तरह पुलिस की कार्रवाई की भनक लग गई थी.
तलाश तेज, कई राज्यों में दबिश-
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने दो संदिग्ध मकान मालिक इंद्रजीत और मध्यस्थ सोनू बर्मन को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है.इनसे मिले सुरागों के आधार पर पुलिस की टीमें अब पड़ोसी राज्यों में भी दबिश दे रही हैं.
अभी जांच जारी है-
बैंक लूट मामले में पुलिस पूरी गंभीरता और तेजी से काम कर रही है.जैसे ही कोई महत्वपूर्ण जानकारी या सफलता मिलेगी, उसे साझा किया जाएगा.फिलहाल मामले की गहन जांच जारी है.
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