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मुंबई में एक ही नंबर वाली दो कारों का खुल गया राज, पकड़ा गया ये फर्जीवाड़ा

मुंबई के कोलाबा में सोमवार को ताज होटल के पास एक ही नंबर की दो टूरिस्ट कारें मिलने के मामले में मुंबई पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक गाड़ी की ईएमआई नहीं चुका पाने के कारण ऑनर ने जानबूझकर नंबर प्लेट में हेराफेरी की थी, ता​कि फाइनेंस कंपनी वाले उसकी गाड़ी ना उठा ले जाएं. गाड़ी का ड्राइवर ही उसका ऑनर है. मुंबई पुलिस ने गाड़ी मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.

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कोलाबा पुलिस स्टेशन के कर्मियों के अनुसार, नरीमन पॉइंट निवासी साकिर अली MH01-EE-2388 रिजिस्ट्रेशन नंबर वाली अपनी अर्टिगा कार के साथ गेटवे ऑफ इंडिया के सामने से गुजर रहे थे, तभी उन्होंने उसी रजिस्ट्रेशन नंबर वाली एक और अर्टिगा कार वहां पर पार्क देखी. उन्होंने अपनी कार रोकी और पुलिस को इस बारे में सूचित किया. दोनों गाड़ियों और उनके ड्राइवर्स को जांच के लिए कोलाबा पुलिस स्टेशन ले जाया गया.

पुलिस ने फर्जीवाड़ा करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘एक ही नंबर प्लेट वाली दो कारें दोपहर करीब 1 बजे कोलाबा में देखी गई थीं. एक नंबर प्लेट फर्जी पाई गई है. ओरिजिनल रजिस्ट्रेशन नंबर वाले कार ड्राइवर ने इसकी शिकायत पुलिस में की थी.’ प्रारंभिक जांच से पता चला है कि नवी मुंबई निवासी प्रसाद कदम ने अपने वाहन की नंबर प्लेट के साथ छेड़छाड़ की थी. पुलिस प्रसाद कदम और उनकी गाड़ी के बारे में अन्य विवरणों की जांच कर रही है.

फाइनेंस कंपनी के एजेंटों से बचने के लिए बदला नंबर प्लेट

पुलिस की पूछताछ में प्रसाद कदम ने बताया कि उसने अपनी गाड़ी की ईएमआई नहीं चुकाई है. फाइनेंस कंपनी वाले कार जब्त न करें, इससे बचने के लिए उसने नंबर प्लेट बदला था. साकिल अली ने पुलिस को बताया कि प्रसाद कदम द्वारा किए गए ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के लिए उनके मोबाइल नंबर पर चालान कटने का मैसेज आ रहा था, क्योंकि कदम ने अपनी कार का नंबर प्लेट अली की कार के नंबर से बदल दिया था.

गलती फर्जीवाड़ा करने वाली की, परेशान हो रहा था दूसरा

अली हैरान थे कि उनकी कार कभी उन स्थानों पर गई ही नहीं, जहां से चालान कटने के मैसेज उनके मोबाइल नंबर पर आ रहे थे. उन्हें टोल चोरी के बारे में भी सूचनाएं मिलीं. इसके बाद उन्होंने ट्रैफिक पुलिस से संपर्क किया, लेकिन कोई समाधान नहीं मिला. साकिर अली के मुताबिक उनके एक ड्राइवर ने बांद्रा में सेम रजिस्ट्रेशन नंबर वाली कार देखी थी और उसकी तस्वीर भी खींची थी, लेकिन तब वह कार नहीं मिल सकी थी.

पुलिस जांच में सामने नहीं आया सुरक्षा उल्लंघन का उद्देश्य

अली की कार का रजिस्ट्रेशन नंबर MH01EE2388 है, जबकि दूसरी कार का नंबर MH01EE2383 था. प्रसाद कदम ने पुलिस को बताया कि उसने जानबूझकर अपने नंबर प्लेट का आखिरी अंक ‘3’ से ‘8’ कर लिया था ताकि वह फाइनेंस कंपनी के रिकवरी एजेंटों से बच सके. क्योंकि वह पिछले कई बार से अपनी गाड़ी की ईएमआई नहीं चुका रहा था. मुंबई पुलिस ने एक बयान में कहा कि प्रारंभिक जांच में सुरक्षा उल्लंघन का कोई उद्देश्य सामने नहीं आया है.

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