‘शरीर के घाव तो भर जाएंगे, लेकिन मन पर लगा घाव जिंदगी भर रहेगा’, मेरठ टोल प्लाजा पर जिस फौजी के साथ हुई थी मारपीट, उसने बयां किया दर्द

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में टोल प्लाजा कर्मचारियों की हिंसा का शिकार बने सेना के जवान कपिल पंवार ने पूरे मामले में प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि शारीरिक चोटें तो समय के साथ भर जाती हैं, लेकिन मानसिक घाव जिंदगी भर नहीं रहते.

अपने साथ हुई इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए सैन्य अस्पताल में भर्ती कपिल पंवार ने कहा- हालांकि, उन्हें सीमा पर दुश्मनों का सामना करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है, लेकिन अपने ही देश में उनके साथ हुए व्यवहार ने उनके दिल पर गहरा घाव छोड़ दिया है. उन्होंने कहा, “शरीर के घाव तो समय के साथ भर जाएंगे, लेकिन मन पर लगा घाव जिंदगी भर रहेगा.”

मेरठ के भूनी टोल प्लाजा पर 17 अगस्त की घटना के बारे में बताते हुए, गोटका गांव के रहने वाले इस जवान ने कहा कि वह श्रीनगर जाने वाली उड़ान के लिए दिल्ली हवाई अड्डे जा रहे थे, जहां उन्हें ड्यूटी पर रिपोर्ट करना था. उन्होंने टोल कर्मचारियों से अपना पहचान पत्र दिखाते हुए अपने वाहन को जल्दी से गुज़रने देने का अनुरोध किया. लेकिन उनकी मदद करने के बजाय, कर्मचारियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और जब कपिल ने विरोध करने की कोशिश की, तो लाठी-डंडों से उन पर हमला किया. इस हमले के वक्त कपिल पंवार के पिता, चाचा और चचेरे भाई भी कार में मौजूद थे. लेकिन गाड़ी का लॉक जाम होने के कारण वे कोई मदद नहीं कर पाए.

कपिल के माता-पिता ने इस घटना में शामिल लोगों के लिए कड़ी सज़ा की मांग की है और इस बात पर रोष व्यक्त किया है कि सीमा पर अपनी जान जोखिम में डालने वाले उनके बेटे पर घर पर हमला किया गया. इस आक्रोश के बाद, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने निजी टोल ऑपरेटर मेसर्स धरम सिंह पर कार्रवाई की है.

NHAI टोल एजेंसी पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाने के अलावा, एजेंसी की 3.70 करोड़ रुपये की सुरक्षा राशि भी ज़ब्त कर ली है और उसे एक साल के लिए टोल प्लाज़ा संचालन से ब्लैकलिस्ट कर दिया है.

NHAI बागपत के परियोजना निदेशक नरेंद्र सिंह ने कहा कि आंतरिक जांच में टोल ऑपरेटर की ओर से घोर लापरवाही पाए जाने के बाद यह निर्णय लिया गया. उन्होंने कहा कि एजेंसी जल्द ही टोल प्लाज़ा के प्रबंधन के लिए एक नई कंपनी का चयन करेगी.

सिंह ने कहा, “भविष्य के टोल ऑपरेटरों को केवल ऐसे कर्मियों को तैनात करने का निर्देश दिया जाएगा जो यात्रियों के साथ विनम्र और संवेदनशील व्यवहार करें.” इस बीच NHAI के बागपत डिवीजन की 15 सदस्यीय टीम ने भूनी टोल प्लाजा का कार्यभार संभाल लिया है और कैश काउंटर फिर से खोले जा रहे हैं.

फिलहाल, मेरठ टोल कांड में पुलिस ने अब तक आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें करनावल निवासी रवि (19) भी शामिल है, जिसे मंगलवार देर रात गिरफ्तार किया गया था. बाकी फरार आरोपियों की तलाश जारी है और जिले के सभी टोल प्लाजा पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.

पुलिस ने बताया कि घटना वाली रात कपिल और उसके साथियों शिवम और सुधीर पर टोल कर्मचारियों ने लाठी और लोहे की रॉड से हमला किया था. बाद में हमले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे व्यापक आक्रोश और विरोध प्रदर्शन हुए.

कपिल के पिता की शिकायत के आधार पर हत्या के प्रयास, गैरकानूनी रूप से एकत्र होने और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की लूटपाट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

वहीं, भारतीय सेना की मध्य कमान ने इस घटना की कड़ी निंदा की और न्याय सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया. कमान ने कहा, “भारतीय सेना न्याय सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और मामले को उसके तार्किक निष्कर्ष तक ले जाएगी.”

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