अहमदाबाद विमान हादसे ने ग्वालियर (मध्य प्रदेश) के जिगसौली गांव निवासी MBBS छात्र आर्यन राजपूत की जिंदगी छीन ली. बीजे मेडिकल कॉलेज में सेकंड ईयर का छात्र आर्यन उस समय हॉस्टल की मेस में खाना खा रहे थे, जब एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान उनके हॉस्टल पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे ने आर्यन के परिवार और पूरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया है.
19 वर्षीय आर्यन राजपूत ने पहली बार में ही NEET परीक्षा पास कर MBBS में दाखिला लिया था, अपनी मेहनत और लगन के लिए जाने जाते थे. हादसे के दिन दोपहर करीब 1:39 बजे, जब विमान हॉस्टल की इमारत से टकराया, आर्यन मेस में खाना खा रहे थे. खाने के बाद उन्होंने अपने दोस्त को मोबाइल देते हुए कहा, ”तुम चलो, मैं हाथ धोकर आता हूं.” दोस्त मेस से बाहर निकल गया, लेकिन आर्यन अंदर ही रह गया. उसी क्षण विमान दुर्घटना ने सब कुछ तहस-नहस कर दिया.
हादसे के तुरंत बाद आर्यन के दोस्त ने उनके मोबाइल से परिजनों को सूचना दी कि आर्यन घायल है और उसे ICU में भर्ती किया गया है. दोपहर 2 बजे यह खबर मिलते ही आर्यन के रिश्तेदार अहमदाबाद के लिए रवाना हो गए. लेकिन वहां पहुंचने पर पता चला कि आर्यन की मौके पर ही मौत हो गई थी.
परिवार और गांव में मातम
आर्यन के पिता रामहेत राजपूत, माता रानी राजपूत, बड़ी बहन निकिता और बड़े भाई आदित्य को अभी तक इस दुखद खबर की आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है. हालांकि, रिश्तेदारों और गांव वालों के बीच यह खबर आग की तरह फैल गई. लोग आर्यन के घर के बाहर जमा हो रहे हैं और पूरा गांव उनकी बॉडी का इंतजार कर रहा है. आर्यन के चचेरे भाई ने बताया, ”हम आर्यन की बॉडी लेकर अहमदाबाद से निकल चुके हैं. आज रात तक ग्वालियर पहुंचने की उम्मीद है.”
होनहार छात्र का अधूरा सपना
जिगसौली गांव के निवासी आर्यन ने अपनी पढ़ाई में हमेशा उत्कृष्ट प्रदर्शन किया. पहली बार में नीट क्लियर कर उन्होंने परिवार और गांव का नाम रोशन किया था. डॉक्टर बनने का उनका सपना अब अधूरा रह गया. गांव वालों का कहना है कि आर्यन की मौत ने पूरे समुदाय को झकझोर कर रख दिया है.
क्या है पूरा मामला
गुरुवार को एयर इंडिया का लंदन जा रहा विमान AI-171 टेकऑफ के 33 सेकंड बाद ही मेघानीनगर इलाके में बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकरा गया. इस हादसे में 241 यात्रियों सहित कम से कम 24 लोग जमीन पर मारे गए, जिनमें आर्यन राजपूत भी शामिल थे. जांच के लिए विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) सहित अन्य केंद्रीय एजेंसियां हादसे के कारणों की तहकीकात कर रही हैं.