“सच्चा ज्ञान जमीनी स्तर से उभरता है, जहां सिद्धांत व्यवहार से मिलता है और नवाचार का जन्म होता है.”
हाल ही में गिफ्ट क्या दे (GKD) ने अपनी फैक्ट्री में IIM रायपुर के गतिशील उद्यमिता छात्रों की मेजबानी की. यह एक समृद्ध और संवादात्मक सत्र था जिसने छात्रों को काफी प्रेरित और उत्साहित किया.
भारत सरकार द्वारा समर्थित STEM कार्यक्रम शुरू करने के लिए IIM रायपुर और SIDBI (भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक) के बीच सहयोग, एक ऐसे माहौल को बढ़ावा देने की उल्लेखनीय पहल का प्रतिनिधित्व करता है, जहाँ उद्यमिता पनपती है. महत्वाकांक्षी उद्यमियों का पोषण करके, हम पूरे देश में रोज़गार और आर्थिक विकास में वृद्धि के लिए आधार तैयार कर रहे हैं.
सत्र के दौरान, भारत के सभी कोनों से छात्र अपनी अनूठी कहानियाँ और दृष्टिकोण लेकर पहुंचे, अंतर्दृष्टि और अनुभवों का आदान-प्रदान किया जिसने विविध उद्यमशीलता परिदृश्यों की समझ को व्यापक बनाया. ये दिन एक आकर्षक कक्षा सत्र और एक व्यावहारिक अनुभव के बीच विभाजित था, जिसने वास्तव में ज्ञान को वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोग के साथ एकीकृत करने के महत्व का उदाहरण दिया.
इस सहयोग का नेतृत्व करने के लिए IIM रायपुर की टीम, खासकर सत्यसिबा दास जी, राम कुमार काकानी जी और तौशिफ आयशा अंसारी मौजूद थे. तौशिफ आयशा अंसारी ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि इस विजिट के जरिए पूरी टीम को बिजनेस शुरू करने और उससे जुड़ी बारीकियों को समझने का बेहतरीन अवसर मिला. उन्होंने आगे कहा कि इस फैक्ट्री विजिट में इंटरैक्टिव सत्र का महत्व देखने को मिला, जिसमें कंपनी के सह संस्थापकों और छात्रों के बीच काफी व्यावहारिक चर्चा हुई है. इस चर्चा ने कंपनी के डायरेक्टर्स को भी यंग माइंड्स की सोच से एक नया नजरिया दिया.
कंपनी के डायरेक्टर अमनदीप सिंह भाटिया ने कहा, इस कार्यक्रम ने न केवल कंपनी की उद्यमशीलता की भावना को पुनर्जीवित किया, बल्कि नवाचार करने, प्रेरित करने और प्रगति को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी की भी याद दिलाई. उन्होंने आगे कहा, हम ऐसी और साझेदारी को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं जो अगली पीढ़ी के उद्यमियों को सशक्त बनाए! हर कोई मिलकर ऐसा भविष्य बनाएं जहां अवसर प्रचुर मात्रा में हो और सपने साकार किए जा सकें.