जिले के राजस्व ग्रामों में तहसीलदारों और पटवारी की टीम डिजिटलक्रॉप फसल सर्वे का कर रहा है कार्य ” कलेक्टर ने टीम को गंभीरता से कार्य करने के दिए निर्देश…

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर जशपुर जिले में सभी तहसीलों में डिजिटलक्रॉप सर्वे किया जा रहा है. 15 अगस्त से शुरू हुआ यह सर्वे 30 सितम्बर तक चलेगा. डिजिटल का सर्वे का मुख्य उद्देश्य किसानों की वास्तविक फसल स्थिति का आकलन कर उन्हें राज्य एवं केंद्र शासन की योजनाओं का अधिकतम लाभ दिलाना है. इसके अलावा डिजिटल क्रॉप सर्वे किसानों की समृद्धि और पारदर्शिता की दिशा में एक बड़ा कदम है. इससे खेती को नई तकनीक से जोड़कर किसानों की आय बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त होगा.

कलेक्टर रोहित व्यास के निर्देशन में जिले के सभी तहसीलदारों और पटवारी की टीम अपने प्रभार क्षेत्र के ग्रामों में डिजिटल फसल सर्वे का निरीक्षण किया.
उल्लेखनीय है कि डिजिटल क्रॉप सर्वे फिल्ड स्तर पर सर्वेयर के माध्यम से किया जा रहा है जिसमें सर्वेयर को स्वयं खेत में जाकर वहां की स्थिति और फसल का विवरण एग्रीटेक एप्प में दर्ज करना होता है. साथ में फ़ोटो अपलोड करना होता है जिसके सत्यापन बाद में पटवारी एवं वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा किया जाएगा. इससे फसल का वास्तविक मूल्यांकन किया जा सकेगा और जमीन की जो परिसम्मति है उनके संबंध में सही जानकारी प्राप्त होगी.

खरीफ वर्ष 2025-26 हेतु जशपुर जिले के कुल 769 राजस्व ग्रामों में से 655 ग्रामों में डिजिटल क्रॉप सर्वे का कार्य किया जाना है. डीएससी का कार्य   15 अगस्त से प्रारम्भ कर 30 सिंतबर तक पूर्ण किया जाएगा. इसी क्रम में जशपुर जिले में भी डीएससी का कार्य प्रारंभ किया जा चुका है. डीएससी के द्वारा फसलों की प्रविष्टि ऑनलाइन माध्यम से की जाएगी. जिससे गिरदावरी कार्य त्रुटि रहित पूर्ण हो सके. डीएससी कार्य हेतु सर्वेयर के रूप स्थानीय युवाओं का चिन्हांकन किया गया है. सर्वेयर मोबाइल के माध्यम से डीएससी का कार्य करेंगे. इस हेतु सर्वेयरों को डीएससी प्रदान की गई है. सर्वेयर्स को सर्वेक्षण करने हेतु प्रति खसरा 10 रुपये के मानदेय का प्रावधान है. जशपुर जिले के सभी तहसीलों से बड़ी संख्या  में सर्वेयर्स का चिन्हांकन किया गया है जो डीएससी का कार्य पूर्ण करेंगे.

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