अमेरिकी वायु सेना का एक और विमान RCH869 भारत पहुंच गया है. विमान ने अमृतसर हवाई अड्डे पर लैंडिंग की. इस विमान में 112 अवैध प्रवासी सवार थे, जिन्हें अमेरिका से निकाला गया है. अवैध अप्रवासियों पर कार्रवाई के तहत डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा निर्वासित किए जाने वाले ऐसे भारतीयों का यह तीसरा जत्था है. इस जत्थे में सूत्रों ने पहले बताया था कि 157 अवैध अप्रवासियों को लेकर विमान भारत पहुंचेगा, लेकिन अपडेटेड लिस्ट में यह संख्या 112 रही. मसलन, कुल 332 भारतीय अवैध लोगों को अमेरिका से निकाला जा चुका है.
अमेरिका से भारत पहुंचने वाले 112 लोग में से 31 पंजाब से, 44 हरियाणा से, 33 गुजरात से, दो उत्तर प्रदेश से और एक-एक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से हैं. फिलहाल एयरपोर्ट पर डॉक्यूमेंटेशन और वेरिफिकेशन की प्रक्रिया चल रही है करीब 3 घंटे बाद सभी डिपार्टीज को बाहर लाया जाएग.
दूसरे जत्थे में 116 भारतीय को किया गया था डिपोर्ट
बीते दिनों 116 अवैध भारतीय अप्रवासियों को लेकर एक अन्य अमेरिकी विमान शनिवार देर रात अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा था. सी-17 विमान रात 10 बजे के बजाय रात 11.35 बजे हवाई अड्डे पर उतरा था. पहले खबर आई थी कि इस दूसरे जत्थे में 119 अप्रवासी सवार होंगे, लेकिन यात्रियों की अपडेटेड लिस्ट के मुताबिक दूसरे जत्थे में निर्वासित लोगों की संख्या 116 थी.
अवैध प्रवासियों के दूसरे बैच में 65 पंजाब से थे, 33 हरियाणा से, आठ गुजरात से, दो-दो उत्तर प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान से और एक-एक हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से थे. सूत्रों के अनुसार, इनमें से अधिकांश 18 से 30 वर्ष की आयु के थे.
पहले जत्थे में 104 भारतीय को किया गया था डिपोर्ट
5 फरवरी को, 104 अवैध भारतीय अप्रवासियों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा था. इनमें से 33-33 हरियाणा और गुजरात से थे, जबकि 30 पंजाब से थे. विदेश भेजे गए अवैध भारतीय अप्रवासियों के दूसरे जत्थे के परिवार के सदस्य सदमे में थे, उनमें से कई ने दावा किया कि उन्होंने अपने खेत और मवेशी गिरवी रखकर पैसे जुटाए थे, ताकि उन्हें बेहतर भविष्य के लिए विदेश भेजा जा सके.
अमेरिका से क्यों वापस भेजे जा रहे भारतीय?
भारतीय अवैध अप्रवासियों को अमेरिका से उन नीतियों के तहत निकाला जा रहा है, जिसमें ट्रंप प्रशासन ने अवैध लोगों को देश से बाहर करने का फैसला किया है. इनमें वो लोग शामिल हैं जो अवैध रूप से देश में प्रवेश करते हैं या अपने वीजा की अवधि से अधिक समय तक देश में रहते हैं.
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बीते दिनों अमेरिका की यात्रा पर गए थे, जहां उन्होंने इमीग्रेशन सहित प्रमुख द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी.
एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, पीएम मोदी ने भारतीय नागरिकों को वापस भेजने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की थी, साथ ही कमजोर प्रवासियों का शोषण करने वाले मानव तस्करी नेटवर्क से निपटने की जरूरतों पर भी जोर दिया था