इंस्टेंट लोन ऐप्स का जाल: एक क्लिक में पैसा, फिर धमकी, ब्लैकमेल और बर्बादी

अचानक मेडिकल इमरजेंसी हो या महीने के अंत में पैसों की किल्लत—ऐसे वक्त में जब कोई मददगार नहीं दिखता, तब लोग मोबाइल ऐप्स के जरिए इंस्टेंट लोन का सहारा लेते हैं। कुछ ही क्लिक में पैसे खाते में आ जाते हैं, लेकिन इसके बाद जो होता है, वह कई बार परिवारों के लिए बर्बादी का कारण बन जाता है।

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तेजी से मिलते हैं पैसे, पर महंगी होती है कीमत
आज के दौर में इंस्टेंट लोन ऐप्स हर तरफ नजर आते हैं—कोई कॉलेज छात्र हो, कोई बेरोजगार युवा या फिर किसी अस्पताल में इलाज करा रहा परिवार—हर किसी को इन ऐप्स से ‘फटाफट लोन’ मिल जाता है। लुभावने विज्ञापनों और बिना दस्तावेज़ के कर्ज देने के वादे से लोग आकर्षित हो जाते हैं।

लेकिन असल मुसीबत तो लोन मिलने के बाद शुरू होती है।

ब्याज कई गुना, EMI चूकने पर पेनाल्टी भारी
इन ऐप्स का सबसे बड़ा खतरा है इनका बेतहाशा ब्याज दर और मनमानी शर्तें। कई ऐप्स तो 30 से 50 प्रतिशत तक सालाना ब्याज वसूलते हैं। अगर किसी महीने की एक भी EMI छूट गई, तो कई गुना पेनाल्टी लग जाती है।

शुरू होता है ब्लैकमेल और धमकियों का खेल
जैसे ही किसी ग्राहक से भुगतान चूकता है, ऐप के कलेक्शन एजेंट धमकियां देना शुरू कर देते हैं। कई मामलों में एजेंट व्हाट्सएप, फोन कॉल और यहां तक कि कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव लोगों को कॉल करके बदनामी करने लगते हैं।

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, कैशई (CASHe) के सीईओ यशोराज त्यागी ने बताया कि ये अनरेगुलेटेड ऐप्स ग्राहकों की निजी जानकारी लेकर उन्हें मानसिक रूप से परेशान करते हैं।

भोपाल और नोएडा जैसे शहरों में सामने आए हैं कई दर्दनाक केस
साल 2023 में भोपाल में एक युवक ने इसी मानसिक प्रताड़ना के चलते आत्महत्या कर ली थी। युवक ने एक साथ 6 ऐप्स से लोन लिया था। EMI नहीं भरने पर न केवल उसे लगातार धमकियां दी गईं, बल्कि उसकी फोटो मॉर्फ करके अश्लील तरीके से सोशल मीडिया पर वायरल कर दी गई।

नोएडा, पुणे, दिल्ली और हैदराबाद में भी ऐसे मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है।

कैसे बचें इस जाल से? कुछ जरूरी टिप्स

  • सिर्फ RBI द्वारा मान्यता प्राप्त NBFC या बैंक से ही लोन लें
  • ऐप इंस्टॉल करने से पहले उसकी रेटिंग और कंपनी की जानकारी जरूर जांचें
  • अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट, फोटो, लोकेशन या गैलरी का एक्सेस किसी ऐप को न दें
  • कोई भी ‘लोन लिंक’ या ‘SMS लिंक’ बिना जांचे क्लिक न करें

विशेषज्ञों का मानना है कि इंस्टेंट लोन की सुविधा भले ही तात्कालिक राहत दे, लेकिन अगर सावधानी नहीं बरती गई, तो यह जीवनभर की परेशानी बन सकती है। जरूरत है सतर्क रहने की, जागरूक होने की, और लालच में आकर कोई भी फाइनेंशियल फैसला न लेने की।

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