झोलाछाप-डॉक्टरों के पाइल्स के इलाज ने ली शख्स की जान:नस कटने से हुई ब्लीडिंग, फिर बंद कमरे में छोड़कर भागे, 30 हजार लिए थे

छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में झोलाछाप डॉक्टरों की लापरवाही के कारण एक ग्रामीण की मौत हो गई। पाइल्स के ऑपरेशन के दौरान मलद्वार की नस कटने से मरीज की जान चली गई। ओडिशा सीमा के 2 झोलाछाप डॉक्टर बबलू तांडी और संजू राजपूत इलाज कर रहे थे।

मरीज की हालत बिगड़ी तो दोनों डॉक्टर घर से भाग गए। बेटी ने देखा कि पिता तड़प रहा था। कुछ देर बाद ग्रामीण ने दम तोड़ दिया। मामला सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के पेंड्रा गांव का है। जानकारी के मुताबिक, 24 अगस्त को पुरुषोत्तम ध्रुव को घर के बंद कमरे में इंजेक्शन लगाया गया था। दोनों झोलाछाप डॉक्टरों ने इलाज के लिए 30 हजार रुपए लिए थे।

अस्पताल में इलाज कराने झिझक रहा था

मृतक के भाई धरमराज ध्रुव ने बताया कि पुरुषोत्तम को पाइल्स की परेशानी थी। वह अस्पताल जाकर इलाज कराने से झिझक कर रहा था। ऐसे में पंपलेट के जरिए संपर्क में आए दोनों झोलाछाप डॉक्टरों ने इलाज का भरोसा दिलाया। 20 अगस्त से इलाज शुरू हुआ, जिसकी कीमत 30 हजार रुपए तय की गई।

शुरुआती 2 दिन में 20 हजार रुपए नकद ले भी लिए गए थे। 23 अगस्त को जब एक बार फिर इलाज किया जा रहा था, तब दोनों डॉक्टरों ने परिजनों को कमरे से बाहर निकाल दिया। कहा कि इंजेक्शन लगाया गया है, मरीज आराम कर रहा है। इसके बाद उन्होंने बाकी 10 हजार की मांग की और फिर चुपचाप भाग निकले।

खून से लथपथ मिला शव

डॉक्टरों के भागने पर पुरुषोत्तम की बेटी लालिमा को शक हुआ। जब वह कमरे में गई, तो पिता को खून से लथपथ हालत में तड़पता देखा। परिजन उसे फौरन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

लापरवाही से हुई मौत

जिला अस्पताल के अटेंडिंग डॉक्टर हरीश चौहान ने बताया कि मलद्वार (गुदा) के पास बिना किसी चिकित्सा सावधानी के चीरा लगाया गया था। नस कटने के कारण बहुत ज्यादा रक्तस्राव हुआ, जिससे पीड़ित की मौत हो गई।

आदिवासी समाज में आक्रोश, मुआवजा और FIR की मांग

घटना के बाद आदिवासी विकास परिषद और जिला पंचायत सदस्य संजय नेताम पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। परिषद के प्रतिनिधियों उमेंदी कोर्राम और लोकेश्वरी नेताम ने इसे गंभीर लापरवाही बताया। उन्होंने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई और पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की है।

पुलिस जांच जारी, पीएम रिपोर्ट का इंतजार

एडिशनल एसपी जितेंद्र चंद्राकर ने बताया कि मामले में सिटी कोतवाली थाना में मर्ग कायम कर लिया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद पूरे मामले की जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

 

Advertisements
Advertisement