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जैसलमेर में आखिरकार तीन दिन बाद थमी जलधारा, जमीन के अंदर से निकल रहा था पानी

राजस्थान के जैसलमेर में बीते तीन दिनों से जमीन से निकल रहा पानी का प्रवाह सोमवार की सुबह थम गया, जिसके बाद जिला प्रशासन और ग्रामीणों ने राहत की सांस ली. इसकी पुष्टि जिला कलेक्टर ने की है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वो प्रभावित क्षेत्र में न जाएं.

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जिले के मोहनगढ़ क्षेत्र में बीते तीन दिनों से ट्यूबेल की बोरिंग के दौरान जमीन से पानी निकल रहा था, जोकि सोमवार की सुबह बंद हुआ. जानकारी के मुताबिक, पानी के साथ निकलने वाली गैस भी बंद हो चुकी है. इसको लेकर जिला प्रशासन और ओएनजीसी समेत कई गैस कंपनियों द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे थे. कलेक्टर ने बताया कि विशेषज्ञों की टीमें आज मौके पर जाएंगी.

दरअसल विक्रम सिंह भाटी नाम के शख्स अपने खेत में बोरवेल की खुदाई करवा रहे थे. इसी दौरान अचानक जमीन फट गई और भारी प्रेशर के साथ पानी गैस के साथ बाहर निकलने लगा. वहीं खुदाई कर रही मशीन और ट्रक जमीन में दफन हो गया. पानी की धार 10 फीट तक ऊंची थी. यह नजारा देख आसपास के लोग दहशत में आ गए थे. किसान के खेत में पानी नदी की तरह बहने लगा. प्रशासन ने आसपास के क्षेत्रों को खाली करवा दिया और ONGC, इंडियन ऑयल जैसी कंपनियों की मदद ली.

850 फीट खुदाई के बाद अचानक निकली थी जलधारा

जानकारी के अनुसार, मशीन से बोरवेल की करीब 250 मीटर (करीब 850 फीट) खुदाई हो चुकी थी, तभी अचानक जमीन फट गई. इसी के साथ मशीन सहित ट्रक जमीन में दफन हो गया. ट्रक का केवल बाहर का हिस्सा ही नजर आ रहा था. इस दौरान जो गड्ढा हुआ, उसमें से भारी प्रेशर के साथ पानी और गैस निकलने लगी. पानी का प्रेशर इतना जबरदस्त था कि करीब 10 फीट ऊंची बौछार हो रही थी. यह मंजर देख ग्रामीण डरकर भाग गए. पानी ऐसे निकल रहा था कि जैसे ज्वालामुखी से लावा निकल रहा हो. बेहद खौफनाक मंजर था. देखते ही देखते आसपास समंदर सा नजर आने लगा.

भूजल विभाग के विशेषज्ञों ने क्या बताया?

भूजल विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. नारायण दास इनखिया ने बताया कि जैसलमेर में नहरी क्षेत्र 27 बीडी में ट्यूबवेल के लिए खुदाई के समय जमीन से अचानक पानी प्रेशर के साथ आना शुरू हो गया. उन्होंने कहा कि भूजल का यह अथाह प्रवाह भूविज्ञान की भाषा में आर्टिजन कंडीशन की वजह से हो सकता है. भूगर्भ में सेंड स्टोन में कोई दबे भूजल भंडारण में पंक्चर होने पर पानी का उछाल हो सकता है. यह ट्रेसरी सेंड स्टोन फॉर्मेशन है. यहां से निकल रहा पानी स्लाइन है. पानी के साथ वाइट कलर की सेंड भी बाहर आ रही है. जिस तरह से पानी का बहाव देखा जा रहा है. उन्होंने संभावना जताई थी कि पानी का ये बहाव काफी दिनों तक जारी रह सकता है. इसके पास नहीं जाना चाहिए, कोई बड़ी घटना हो सकती है.

प्रभावित इलाके में बनवाई जा रही थी अस्थायी पुलिस चौकी

इस मामले में उप तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट ललित चारण ने बताया कि क्षेत्र के आसपास के आमजनों को सूचित किया है कि जहां से पानी का रिसाव हो रहा है, उस क्षेत्र के 500 मीटर की परिधि में न तो कोई व्यक्ति जाए और न ही पशुओं को जाने दें. भूगर्भ से गैस निकल रही है, जिसकी वजह से पानी उछल रहा है. वहां धंसे ट्रक को अगर हटाया गया तो गैस का रिसाव और ज्यादा बढ़ जाएगा. फिलहाल सूचना जारी कर अस्थायी पुलिस चौकी लगाई जा रही है.

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