असम के कछार जिले में सनसनीखेज वारदात सामने आई है. यहां 28 साल की महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी. पुलिस का कहना है कि महिला ने अपने पति को खाने में ज्यादा मात्रा में नींद की गोलियां दे दीं, जिससे उसकी मौत हो गई. फिलहाल इस मामले में मृतक के भाई की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया और जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने कब्र से शव निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.
जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान 38 वर्षीय इमरान हुसैन बरभुइया के तौर पर हुई है, जो हाल ही में ग्राम पंचायत चुनाव जीतकर राजनगर-खुलीछड़ा पंचायत के अध्यक्ष बने थे. 11 अगस्त को उनकी मौत हो गई थी और परिवार ने इसे हार्टअटैक बताया था. अगले दिन, 12 अगस्त को शव को दफना दिया गया था. मृतक के भाई नजीब बरभुइया को कुछ शक हुआ. उन्होंने 20 अगस्त को ढोलाई थाने में केस दर्ज कराया. इसके बाद पुलिस ने आज 22 अगस्त को शव कब्र से निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है.
ढोलाई थाना प्रभारी कुलेंद्र हुझुरी ने बताया कि पोस्टमार्टम के लिए शव को सिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया है. इस मामले की जांच सिलचर पुलिस को सौंपी गई है. वहीं पुलिस ने मृतक की पत्नी 28 वर्षीय रीना बेगम और 33 वर्षीय बशीरुज्जमान लश्कर उर्फ बिजू को गिरफ्तार किया है. बिजू मृतक इमरान का ड्राइवर था.
मृतक के भाई नजीब का आरोप है कि रीना और बिजू के बीच लंबे समय से अवैध संबंध थे. हत्या की रात 11 अगस्त को बिजू ने नींद की गोलियां दीं, जिन्हें रीना ने इमरान के खाने में मिला दिया. इमरान की घर में ही मौत हो गई. नजीब का कहना है कि रीना ने उस वक्त कहा कि हार्टअटैक से मौत हुई है, लेकिन चार दिन बाद ही उसने संपत्ति में हिस्सेदारी की मांग की, जिससे शक और गहरा गया.
नजीब और उसके दोस्तों ने इस मामले में चुपके से पता लगाया तो सामने आया कि रीना और बिजू के बीच वॉट्सऐप पर बात हुई थी, जिसके चैट सामने आए. एक चैट में रीना ने लिखा था कि अब तक तो शव कब्र में सड़ चुका होगा, चिंता मत करो. इन मैसेज से हत्या की साजिश और विदेश भागने की योजना का खुलासा हुआ. पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो बिजू ने पूरी बात बता दी.
वारदात के बाद आसपास के लोगों में आक्रोश पैदा हो गया. ग्रामीणों ने बिजू समेत मृतक की ससुराल पक्ष के तीन सदस्यों की पिटाई कर दी, उनकी गाड़ी में भी तोड़फोड़ कर दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उन्हें बचाया और हिरासत में लिया.
सोमवार को करीब 500 ग्रामीण ढोलाई थाने पहुंचे और रोड जाम कर दिया. उनका कहना था कि शव निकालकर पोस्टमॉर्टम करो और सख्त कार्रवाई हो. पुलिस के आश्वासन के बाद ही ग्रामीण शांत हुए. नजीब का कहना है कि हत्या के पीछे 60 लाख रुपये कैश मुख्य वजह थी, जिसे इमरान जमीन खरीदने के लिए घर पर रखे हुए थे. इस जानकारी को रीना ने बिजू तक पहुंचाया और फिर साजिश रची गई.
ग्रामीणों ने भी दावा किया कि इमरान को पत्नी और ड्राइवर के रिश्ते पर शक था. एक बार उन्होंने बिजू को नौकरी से निकाल भी दिया था, लेकिन बिजू की बुजुर्ग मां के कहने पर उसे दोबारा रख लिया. फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.