मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले से एक विचलित कर देने वाली वीडियो सामने आई है. एक महिला श्रद्धालु को कीचड़ से सने हुए रास्ते पर दंडोती (दंडवत परिक्रमा) लगानी पड़ी. जबकि ग्रामीण लगातार पक्की सड़क बनाने की मांग रहे हैं. अब वीडियो वायरल होने के बाद क्षेत्रवासी सिस्टम पर सवाल खड़े कर रहे हैं और जिम्मेदार सफाई दे रहे हैं. वहीं, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस मामले को लेकर मोहन सरकार को घेर लिया है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह वीडियो श्योपुर जिले के कराहल ब्लॉक के अचार वाला सहराना गांव का है. महिला का नाम जानकी बाई आदिवासी है. वह इसी गांव की रहने वाली है. जानकी बाई दो दिन पहले मन्नत पूरी होने पर क्षेत्र के प्रसिद्ध पनवाड़ा माता मंदिर तक दंडोती लगाकर जा रही थी.
दरअसल, पनवाड़ा माता का मंदिर इस गांव से एक से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर है. वहां जाने का रास्ता इस गांव से गुजरता है. लेकिन जर्जर रास्ते न केवल गांव के लोगों के लिए बल्कि श्रद्धालुओं के लिए भी परेशानी का कारण बनते हैं. बारिश में तो हालत और भी खराब हो जाती है. रास्तों पर पानी भर जाता है, कीचड़ जमा हो जाता है.
ग्रामीणों को कीचड़ से सने हुए रास्तों से आवाजाही करनी पड़ती है. बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं के फिसलकर गिरने का खतरा बना रहता है. इसे लेकर कई बार ग्रामीण गांव में पक्की सड़क बनवाए जाने की मांग कर चुके हैं. लेकिन किसी ने भी उनकी फरियाद नहीं सुनी.
‘लेकिन हमें तो मंदिर जाना ही है’
कीचड़ से सने रास्ते से दंडवत लगाने वाली महिला जानकी बाई का कहना है कि वह अकेली नहीं, बल्कि पूरी बस्ती के लोग कीचड़ की वजह से परेशान हैं. सरपंच और सचिव को यह नहीं दिखता, लेकिन हमें तो मंदिर जाना ही रहता है.
सरपंच और सचिव से ग्रामीण नाराज
स्थानीय ग्रामीण विनोद शर्मा वायरल हो रहे वीडियो को लेकर प्रशासन और ग्राम पंचायत के कर्ताधर्ताओं से खासे नाराज हैं. उनका कहना है कि यह आस्था के साथ भी खिलवाड़ है.
इस बारे में कराहल एसडीएम संजय जैन का कहना है, ”यह ग्राम पंचायत की लापरवाही है. मैं जनपद सीईओ से बात करके यहां सड़क और नाला निर्माण कराने की बात करता हूं.”