भोपाल। शहर के युवाओं ने बागडोर संभाली तो बरसों से बनी शहर की छवि पर छाया धुंधलका दूर होने लगा, एक तस्वीर निकलकर आई, जो कह रही है कि हम भी स्वच्छता के पक्षधर भी हैं और चाहने वाले भी। ईद के त्यौहार पर शहर को स्वच्छता का नया रूप देने की मंशा के साथ एक प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिससे बेहतर परिणाम लाने के लिए उलेमाओं ने भी खास कोशिश की है।
ईद ए कुर्बानी के दौरान अक्सर पुराने शहर के मुस्लिम बहुल इलाकों से गंदगी पसरी होने की शिकायतें मिला करती थीं। नगर निगम द्वारा किए जाने वाले इंतजाम के बावजूद बकरे और पाडे की कुर्बानी से निकले गैर जरूरी अवशेष मुहल्लो में यहां वहां बिखरे दिखाई देते थे। जिनसे इन इलाकों में गंदगी, बदबू और इनसे होने वाली बीमारियों के हालात बन जाते थे।
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
चली एक मुहिम
शहर के कुछ युवाओं ने इन हालात पर लगाम कसने के लिए एक मुहिम छेड़ी। सफाई का संदेश देने और इसको अमलीजामा पहनाने के लिए एक विशेष प्रतियोगिता से जोड़ा गया। तय किया गया कि स्वच्छता को तरजीह देने वाले व्यक्तिगत लोगों और मुहल्ले को सामूहिक रूप से सम्मानित और पुरस्कृत किया जाएगा। नगर निगम अमले को इस विशेष अभियान में शामिल किया गया। प्रतिभागियों को अपने अपने इलाकों की सफाई की तस्वीरें और वीडियो एक व्हाट्स ऐप नंबर पर अपलोड करने की सलाह दी गई।
उलेमाओं ने की ताकीद
इस ईद मेरा घर, मेरा वार्ड, मेरा मोहल्ला मेरी जिम्मेदारी का नारा बुलंद करते हुए शहर के उलेमाओं ने लगातार अपील की। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म के अलावा मस्जिदों से ईमाम ने भी ताकीद की। काजी ए शहर सैयद मुश्ताक अली नदवी ने स्वच्छता को केंद्र में रखकर ईदगाह से भी ऐलान किया।
नजर आने लगे परिणाम
युवा टीम की मेहनत, नगर निगम अमले का सहयोग और उलेमाओं की ताकीद का असर ईद के दिन दिखाई दिया। भोपाल सर्विंग ह्यूमिनिटी के सैयद फैज अली ने बताया कि शहर के जहांगीराबाद, बाग फरहत अफजा, हाउसिंग बोर्ड, नारियल खेड़ा, पुतलीघर जैसे इलाकों से लोग अपने स्वच्छता मिशन के फोटो और वीडियो अपलोड कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों में आई जागरूकता का असर यह है कि अलग जगह से लोग कॉल करके कंटेनर, कचरा गाड़ियों और निगम अमले की मांग कर रहे हैं। इसके लिए नगर निगम से को ऑर्डिनेशन कर जरूरी व्यवस्थाएं कराई जा रही हैं।