रायगढ़ जिले के श्री श्याम मंदिर में हुई एक बड़ी चोरी का पुलिस ने 9 दिनों के भीतर सफलतापूर्वक खुलासा कर दिया है। इस चोरी में चोर ने भगवान के मुकुट सहित करीब 25 लाख रुपये के आभूषण और नकदी चुराई थी। मामले की पुष्टि छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री और रायगढ़ के विधायक ओपी चौधरी ने सोशल मीडिया पर की है।
चोरी का तरीका और घटना का विवरण
13 से 14 जुलाई की रात को अज्ञात चोर ने मंदिर के मुख्य गेट का ताला तोड़कर अंदर घुसने की शातिर योजना बनाई। चोरी के समय चोर ने सफेद रंग की प्लास्टिक ओढ़ रखी थी और चेहरे पर कपड़ा बांधकर अपनी पहचान छिपाई थी। सीसीटीवी फुटेज में आरोपी साफ़ दिखाई दे रहा था, जिसमें वह मंदिर के अंदर जाकर भगवान के सिर पर पहना गया सोने का मुकुट और अन्य श्रृंगार के गहने लेकर बाहर निकलता दिखा। इसके साथ ही मंदिर के दो दान-पेटी से भी नकद रकम चोरी कर ली गई।
पुलिस की सतर्कता और छानबीन
घटना के तुरंत बाद पुलिस ने पूरे क्षेत्र के CCTV कैमरों की बारीकी से जांच शुरू कर दी। जांच में कई सुराग मिले और हर बिंदु पर ध्यान देते हुए पुलिस ने आरोपी की पहचान कर उसे पकड़ने में सफलता हासिल की। बिलासपुर रेंज के IG डॉ. संजीव शुक्ला रायगढ़ पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि मामले में जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सभी तथ्य सार्वजनिक किए जाएंगे।
चोर की गिरफ्तारी और बरामदगी
पुलिस ने चोरी की इस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही चोरी किए गए भगवान के मुकुट, गहने और नकद रकम को बरामद कर लिया गया है। इस गिरफ्तारी और बरामदगी से मंदिर के पुजारी और स्थानीय लोग काफी खुश हैं। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि चोरी की गुत्थी सुलझा दी गई है और मंदिर का सम्मान बहाल कर दिया गया है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया और सुरक्षा पर सवाल
इस चोरी की घटना ने रायगढ़ के लोगों को हैरान कर दिया था। मंदिर जैसे पवित्र स्थान में चोरी की वारदात ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि पुलिस की तेज कार्रवाई ने लोगों को भरोसा दिलाया है कि सुरक्षा व्यवस्था अब और मजबूत की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
सोशल मीडिया पर चर्चा और अफवाहें
मामले को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा रही। कुछ लोगों ने बताया कि आरोपी सरिया क्षेत्र का रहने वाला है और उसका नाम भोजराम है, लेकिन पुलिस ने अभी तक इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। पुलिस ने मामले की गोपनीयता बनाए रखने की कोशिश की है ताकि प्रेस कॉन्फ्रेंस तक जांच का पूरा सच सामने आ सके।