दिल्ली के मॉडल टाउन इलाके में करोड़ों की चोरी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. इस मामले में घर का भरोसेमंद घरेलू सहायक ही चोर निकला. दिल्ली पुलिस ने इस हाई-प्रोफाइल चोरी का खुलासा करते हुए 2.5 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति बरामद की है. पुलिस ने बिहार के बांका जिले से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बरामद सामानों में सोने-हीरे के आभूषण, चांदी के बर्तन, नकदी और एक सोने का बिस्किट भी शामिल है. 27 जून को अनीता झुनझुनवाला नाम की महिला ने मॉडल टाउन थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि उनका घरेलू सहायक अरुण कुमार 55 लाख रुपए नकद और सोने-हीरे व चांदी के कीमती आभूषण लेकर फरार हो गया.
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने अरुण कुमार के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 306, 317(2) और 3(5) के तहत केस दर्ज किया. इसके बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई. पुलिस जांच के दौरान घर के सीसीटीवी कैमरों में अरुण कुमार एक व्यक्ति के साथ बैग और ट्रॉली लेकर घर से निकलते हुए दिखाई दिया. इसके बाद पुलिस ने उसका लोकेशन ट्रेस किया.
बिहार के बांका जिले में फील्ड इन्वेस्टिगेशन शुरू की गई. 10 जुलाई को बूढ़ीघाट गांव के पास एक जंगल से तीन आरोपियों विवेक कुमार (22), बीरेंद्र यादव (22) और पीयूष कुमार कापड़ी (29) को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस के मुताबिक, जब टीम वहां पहुंची, उस वक्त आरोपी चोरी के माल को आपस में बांट रहे थे. पुलिस की पूछताछ में तीनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है.
पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पश्चिम) भीष्म सिंह ने बताया कि अरुण कुमार ने अपने गांव के पांच साथियों के साथ मिलकर इस चोरी की प्लानिंग की थी. चोरी के बाद बीरेंद्र यादव ने नकदी और आभूषण दिलीप यादव को सौंप दिए. दिलीप ने इसमें से 5 लाख रुपये राजेश यादव (कृष्णा के बड़े भाई) को दिए और बाकी माल सठियारी गांव की मालती यादव को सौंप दिया.
मालती ने रकम बरसन गांव के किष्टू यादव को दी, जिसने उसे पवन यादव को सौंपा. पवन ने चोरी का सामान राधा नगर के संदीप यादव तक पहुंचाया, जहां दोनों ने कुछ हिस्सा अपने पास रख लिया. इसके बाद में नवीन यादव ने भी संदीप से 5 लाख रुपए ले लिए. डीसीपी ने कहा, “सभी आरोपी पहले कभी अपराध में शामिल नहीं रहे. उन्होंने जल्दी अमीर बनने के लिए वारदात को अंजाम दिया.”
बरामदगी में सोने और हीरे के आभूषण, चूड़ियां, अंगूठियां, एक सोने का बिस्किट, चांदी की चादर, 40 से अधिक चांदी के बर्तन, बड़ी मात्रा में नकदी, और अन्य कीमती वस्तुएं शामिल हैं. फिलहाल अरुण कुमार के बाकी साथियों की तलाश जारी है. पुलिस टीम अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. इसके साथ ही सभी संदिग्धों के बैंक खातों और लेन-देन की गहन जांच भी की जा रही है.