मेरठ के सूरजकुंड पार्क में विजयदशमी मेले के दौरान ठेला लगाने को लेकर दो बीजेपी पार्षदों के बीच विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों पार्षद आमने-सामने आ गए और गुस्से में एक-दूसरे पर आरोप लगाने लगे। विवाद के दौरान मौके पर प्रशासन और पुलिस की भी मौजूदगी रही, लेकिन स्थिति नियंत्रण में लाना आसान नहीं रहा।
सूत्रों के अनुसार, सुमित शर्मा और उनके साथी पार्षद ने मेले में ठेला लगाने के अधिकार को लेकर तकरार की। सुमित शर्मा का आरोप था कि उनके हिस्से के स्थान पर मुस्लिम सोडे वाले को ठेला लगाने की अनुमति दी गई है, जबकि उनकी ओर से इसे रोकने की कोशिश की जा रही थी। इस मामले में दोनों पक्षों के बीच जमकर बहस हुई और स्थिति गर्म हो गई।
स्थानीय लोगों और व्यापारियों के अनुसार, मेले के दौरान ठेले लगाने की अनुमति को लेकर पहले भी कई बार विवाद सामने आते रहे हैं। इस बार भी ठेला लगाने के स्थान और प्रबंधन को लेकर पार्षदों में मतभेद सामने आया। स्थिति को देखते हुए पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और दोनों पक्षों को शांत कराया।
विजयदशमी मेले में आने वाले भारी भीड़ और स्थानीय व्यापारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने विवाद को बढ़ने से रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए। अधिकारियों ने दोनों पार्षदों से बातचीत कर विवाद को सुलझाने का प्रयास किया।
स्थानीय प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि मेले में ठेला लगाने के लिए सभी नियमों और प्राथमिकताओं का पालन करना जरूरी है। किसी भी विवाद की स्थिति में प्रशासन की अनुमति बिना कोई ठेला नहीं लगाया जा सकता। वहीं, राजनीतिक स्तर पर भी इस मामले ने हलचल मचा दी है।
मौके पर उपस्थित जनता ने कहा कि राजनीतिक विवाद से मेले का माहौल खराब हो सकता है और इसे जल्द ही सुलझाना जरूरी है। प्रशासन और पुलिस की कोशिशों के बावजूद लोगों में नाराजगी देखने को मिली।