गुरुवार को रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में बोलते हुए पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को धमकी दी है. उन्होंने फिलिस्तीनी संगठन हमास को धमकाते हुए कहा कि अगर उनके राष्ट्रपति बनने से पहले बंधकों को नहीं छोड़ा तो उसे बहुत बड़ी कीमत चुकानी होगी.
7 अक्तूबर को हमास ने जिन लोगों को बंधक बनाया था, उसमें अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे. ट्रंप ने कहा, ‘हम अपने बंधकों को वापस चाहते हैं. अच्छा होगा कि मेरे राष्ट्रपति बनने से पहले उन्हें छोड़ दिया जाए नहीं तो आपको बहुत बड़ी कीमत चुकानी होगी.’ ट्रंप की इस बात पर उनके समर्थक भी अपना समर्थन जताते नजर आए. वो ‘उन्हें (बंधकों) वापस लाओ’ के नारे लगा रहे थे.
ट्रंप के एक समर्थक रोनेन न्यूट्रा के अमेरिकी-इजराइली बेटे उमर को भी हमास ने बंधक बनाया है. पार्टी के सम्मेलन में बोलते हुए रोनेन ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने इस संबंध में उनसे बात की है. उन्होंने बताया, ‘हमले में जब उमर को बंधक बना लिया गया, ट्रंप ने मुझसे बात की थी. हम जानते हैं कि वो अमेरिकी बंधकों के साथ हैं. ‘
7 अक्टूबर के हमले में हमास ने बनाए थे सैकड़ों बंधक
इजरायल-फिलिस्तीन में दशकों से चले आ रहे तनाव के बीच पिछले साल 7 अक्तूबर को हमास ने इजरायल के दक्षिणी हिस्से पर हमला कर दिया था. इस हमले में 1,200 इजराइली नागरिकों की जान चली गई थी और हमास लड़ाकों ने 251 लोगों को बंधक बना लिया था जिसमें कई अमेरिकी भी शामिल थे.
बंधकों में कुछ को छुड़ाया गया है लेकिन अब भी सैकड़ों बंधक हमास के कब्जे में हैं. जवाब में इजरायल ने हमास के नियंत्रण वाले गाजा शहर पर हमले शुरू कर दिए थे जो अब तक जारी हैं. इस लड़ाई में कम से कम 38,848 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 89,459 लोग घायल हुए हैं. बंधकों को छुड़ाने और युद्धविराम के लिए इजरायल और हमास के बीच कई दौर की बातचीत हुई जो अब तक बेनतीजा साबित हुई है.
गाजा में जान-माल की हानि को देखते हुए इजरायल पर लगातार दबाव बन रहा है जिसमें उसका सहयोगी अमेरिका भी शामिल है. हालांकि, इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि जब तक हमास का खात्मा नहीं होता और बंधकों को सकुशल घर नहीं लाया जाता, गाजा में उनका सैन्य अभियान समाप्त नहीं होगा.