भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर सऊदी अरब पहुंचे. हालांकि, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी ने अपना दौरा छोटा करके वापस आने का फैसला किया है. सऊदी अरब में नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “सऊदी, अरब भारत का एक विश्वसनीय दोस्त और रणनीतिक सहयोगी है. मौजूदा वक्त में द्विपक्षीय संबंध उम्मीद से भरे हैं और इनमें असीमित संभावनाएं हैं.”
Arab News के साथ एक इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और सऊदी अरब शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए एक साथ आगे बढ़ते रहेंगे. न केवल हमारे लोगों के लिए, बल्कि पूरे विश्व के लिए. उन्होंने कहा कि सऊदी, अरब भारत के सबसे मूल्यवान भागीदारों में से एक है, एक समुद्री पड़ोसी, एक विश्वसनीय मित्र और एक रणनीतिक सहयोगी है.
प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि दोनों देश द्विपक्षीय निवेश संधि पर काम कर रहे हैं. भारत और खाड़ी सहयोग परिषद (GCC) के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) में भारत-सऊदी अरब और सामान्य रूप से पूरे इलाके के बीच आर्थिक संबंधों को बदलने की अपार संभावनाएं हैं.
भारत-सऊदी संबंधों पर प्रधानमंत्री मोदी
नरेंद्र मोदी ने कहा कि सऊदी अबर और भारत के बीच आर्थिक संबंध ‘मानसून की हवाओं जितने पुराने’ हैं. वे न केवल वैश्विक चुनौतियों से बचे रहे बल्कि और भी मजबूत हुए हैं. हमारा संबंध नया नहीं है. यह सदियों पुराने सभ्यतागत आदान-प्रदान में निहित है. विचारों से लेकर व्यापार तक, हमारे दो महान देशों के बीच निरंतर प्रवाह रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “ऊर्जा, कृषि और उर्वरक जैसे सेक्टर व्यापार के मुख्य क्षेत्र थे, लेकिन विविधीकरण के प्रयासों से फायदा मिला. भारतीय व्यवसाय और सऊदी उद्योग मजबूत संबंध बना रहे हैं.”
उन्होंने कहा कि 2014 में उनके पदभार संभालने के बाद से भारत-सऊदी अरब के संबंध लगातार बेहतर होते जा रहे हैं और 2019 में रणनीतिक भागीदारी परिषद का गठन एक बड़ी उपलब्धि है. पीएम मोदी ने इस भागीदारी को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाने के लिए सऊदी नेतृत्व की तारीफ की और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को निमंत्रण के लिए धन्यवाद दिया, जो प्रधानमंत्री के रूप में सऊदी अरब की उनकी तीसरी यात्रा है.
क्राउन प्रिंस के साथ संबंधों पर क्या बोले मोदी?
क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ अपने संबंधों के बारे में पूछे जाने पर, पीएम मोदी ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने अपने दूरदर्शी नजरिए और लोगों की उम्मीदों को पूरा करने के जुनून से उन पर गहरी छाप छोड़ी है.
उन्होंने कहा, “यह व्यक्तिगत तालमेल स्वाभाविक रूप से इस बात में कामयाब हुआ है कि दोनों देश हमारी साझेदारी को कैसे प्राथमिकता देते हैं. वह हमारे द्विपक्षीय संबंधों के प्रबल समर्थक हैं. वह सऊदी अरब में भारतीय प्रवासियों के बहुत बड़े समर्थक रहे हैं और सऊदी अरब में रहने वाले हमारे लोग उनकी बहुत तारीफ करते हैं.”
पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें सऊदी विजन 2030 और विकसित भारत (विकसित भारत) 2047 के बीच समानताएं मिलीं और द्विपक्षीय निवेश बढ़ रहे हैं.