स्मार्ट सिटी वडोदरा का ऐसा केसा विकास ? शहर के नए कलेक्टर कार्यालय के पास मुख्य सड़क पर जगह-जगह खड्डे हुए और खतरनाक नाले के ढक्कन खुले , क्या किसी घटना के बाद जागेगा सिस्टम?अटलब्रिज और कलेक्टर कार्यालय के पास करोड़ों की लागत से तैयार जल निकासी कक्षों का ढक्कन टूटा-फूटा हो, क्या सिस्टम का ध्यान नहीं है? पास में ही कोर्ट है, कलेक्टर कार्यालय, कोर्ट में हर दिन लोगों का आना-जाना लगा रहता है, कोई घटना हो जाए तो जिम्मेदार कौन?
शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए विभिन्न परियोजनाएँ और संचालन नगर पालिका ने आधी धनराशि खर्च कर दी है। शहर का बाहरी भाग दिखावे को आकर्षक बनाया गया लेकिन शहर में आंतरिक विकास हुआ ऐसा नहीं हुआ. शहर की टैक्स अदा करने वाली जनता को बुनियादी सुविधाएं जैसे, पर्याप्त दबाव, जल निकासी, सफाई के साथ स्वच्छ पेयजल पशु मुक्त सड़कों एवं सुरक्षित सड़कों की सुविधाएं ,सिस्टम देने में विफल हो रहा है. इसके अलावा, प्रीमानसून कार्य की बात और खर्च ऐसा लगता है कि मौजूदा बरसात के मौसम में जगह-जगह ड्रेनेज के ढक्कन टूटे हुए नजर आते हैं.
वडोदरा का विकास और प्री-मानसून में नगरपालिका प्रणाली का कामकाज अवदात नी चादी शहर के कई इलाकों में खाई जा रही है. टकलाड़ी में जल निकासी के ढक्कन टूटे हुए नजर आ रहे हैं शहर की पुरानी सड़क पर करोड़ों की लागत से बनी और पैदल यात्री, चौबीसों घंटे वाहनों का आवागमन अटलब्रिज के ठीक नीचे और नवीन कलेक्टर कार्यालय के बहुत करीब जल निकासी कक्षों के ढक्कन टूटे हुए पाए गए , बरसात के दिनों में और रात में बारिश का पानी भर जाता है.