बांग्लादेश में पिछले साल भारी राजनीतिक उथल-पुथल हुई. वहां छात्रों द्वारा किए गए व्यापक विरोध-प्रदर्शनों से शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से ही भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में तल्खियां आ गई थीं. बांग्लादेश में हुए बवाल का असर भारत की टूरिज्म इंडस्ट्री पर भी हुआ. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद वहां से टूरिस्टों का भारत में आना काफी कम हो गया. भारत में आने वाले विदेशियों में से सबसे बड़ी संख्या बांग्लादेशी नागरिकों की मानी जाती है.
फॉरेन टूरिस्ट अराइवल (FTA) के डाटा के मुताबिक साल 2022 में भारत आने वाले पर्यटकों की संख्या 64.37 लाख थी. 2023 के अंदर ये संख्या 95.21 लाख थी. 2024 में ये संख्या 99.52 लाख हुई. और इस साल 2025 में जनवरी से अपैल के बीच ये संख्या 32.41 लाख तक आ गई. इन चार महीनों में ही टूरिस्टों की संख्या में गिरवाट आ गई.
बांग्लादेशी पर्यटकों में गिरावट
बांग्लादेश से आने वाले टूरिस्टों की सख्या साल 2022 में 12,77,557 थी. जो 2023 में 21,19,826 हुई. 2024 में ये सख्या 17,50,165 थी और साल 2025 में जनवरी से अप्रैल के बीच ये संख्या 1,33,363 रह गई.
चीन से भारत आने वालों में बढ़ा क्रेज
वहीं चीन के टूरिस्ट में भारी क्रेज देखने को मिला है. साल 2022 में चीन से आने वाले पर्यटकों की संख्या 11,762 थी. जो कि साल 2023 में 30,585 हुई. ये संख्या साल 2024 में 38,960 तक पहुंची. और इस साल 2025 में जनवरी से अपैल के बीच 14,703 हो गई.
संयुक्त राज्य अमेरिका के टूरिस्टों की संख्या में सबसे ज्यादा इजाफा देखने को मिला है. साल 2025 में जनवरी से अप्रैल के बीच संख्या 6,03,841 रही. दूसरे नंबर पर बांग्लादेश से आने वाले पर्यटकों की संख्या 1,33,363 रही. तीसरे नंबर पर यूनाइटेड किंगडम से आने वाले पर्यटकों की संख्या 4,15,056 रही. चौथे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया के पर्यटकों की संख्या 1,77,636 रही. वहीं पांचवें नंबर पर कनाडा के पर्यटकों की संख्या 2,13,699 रही.
साल 2025 में जनवरी से अप्रैल के बीच फ्रांस से आने वाले पर्यटकों की संख्या 88,536 रही. नेपाल से 67,631 आए. पाकिस्तान से 12,932 आए. श्रीलंका से आने वालों की संख्या 1,12,531 रही. सिंगापुर से 68,562 पर्यटक आए. थाइलैंड से 57,056 पर्यटक आए. ओमान से 19,642 टूरिस्ट आए. यूएई से टूरिस्ट आए 14,760. इजरायल से 23,296 और ईरान से 9,450 टूरिस्ट आए. ईरान से 11,972 और यमन से 3,610 सैलानी आए. वहीं अफगानिस्तान से 545 टूरिस्ट आए.
बांग्लादेश में तख्तापलट और वीजा रोक का असर
भारतीय दूतावास ने बांग्लादेश में 5 अगस्त को व्यापर विद्रोह के बीच शेख हसीना की सरकार के तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में वीजा जारी करने पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी थी. जिसकी वजह से भी भारत आने वाले पर्यटकों की संख्या में कमी देखने को मिली. इसके अलावा बांग्लादेश से तनावपूर्ण रिश्तों के बीच और वीजा प्रतिबंध के चलते भारत में बांग्लादेश से आने वाले मरीजों की संख्या में गिरावट आई है. वहीं कोविड-19 महामारी के चलते भी भारत में आने वाले पर्यटकों की संख्या में कमी देखनो को मिली थी.