हटा में सत्ता पलट की आहट — 15 सदस्य एकजुट, उपाध्यक्ष को हटाने की तैयारी

मध्यप्रदेश :  दमोह जिले की हटा जनपद पंचायत में आज बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम हुआ है.यहाँ के उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया है.कुल 17 सदस्यों में से 15 सदस्यों ने मिलकर कलेक्टर को शपथ-पत्र सौंपा और उपाध्यक्ष की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए.

 

 

हटा जनपद पंचायत के 17 में से 15 सदस्य एक साथ कलेक्टर कार्यालय पहुँचे.हाथों में दस्तावेज़ और चेहरे पर नाराज़गी साफ झलक रही थी.इन सदस्यों ने कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर को शपथ-पत्र के साथ उपाध्यक्ष राजकुमारी छिरोलया के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सौंपा.

 

 

“उपाध्यक्ष तीन साल से पद पर हैं, लेकिन एक भी बार शिक्षा समिति की बैठक नहीं बुलाई.शिक्षा के स्तर में गिरावट आ रही है और कोई कदम नहीं उठाया गया.”

मड़ियादो क्षेत्र से निर्वाचित राजकुमारी छिरोलया पिछले तीन वर्षों से हटा जनपद पंचायत की उपाध्यक्ष हैं.इस पद के साथ वे पदेन शिक्षा समिति की अध्यक्ष भी हैं.आरोप है कि शिक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक भी बैठक नहीं बुलाने से विद्यालयों की स्थिति लगातार खराब होती गई.

कुल सदस्य: 17

अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर: 15

मुख्य आरोप: शिक्षा समिति की बैठक नहीं बुलाई
पद पर कार्यकाल: 3 वर्ष

कलेक्टर ने अविश्वास प्रस्ताव को आगे की कार्रवाई के लिए एडीएम को भेज दिया है.देर शाम तक सभी 15 सदस्यों के हस्ताक्षर और पहचान का सत्यापन भी पूरा कर लिया गया.सूत्रों के अनुसार, अगले चरण में नियमानुसार प्रस्ताव पर मतदान होगा.यदि बहुमत मिला, तो उपाध्यक्ष पद खाली हो जाएगा और नए नाम का ऐलान किया जाएगा बताया गया है की हमने बहुत बार बैठक बुलाने की मांग की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला अब विश्वास करना मुश्किल है.

 

 

अभी तक नए उपाध्यक्ष के नाम का खुलासा नहीं किया गया है.यह नाम फिलहाल लिफाफे में बंद रखा गया है। किस खेमे से नया उपाध्यक्ष चुना जाएगा, यह आने वाले दिनों में साफ होगा.लेकिन फिलहाल हटा जनपद पंचायत की राजनीति में इस अविश्वास प्रस्ताव ने हलचल मचा दी है देखना होगा कि मतदान के बाद सत्ता संतुलन किसके पक्ष में जाता है और नया उपाध्यक्ष कौन बनता है.

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