दमोह में स्वास्थ्य सेवाओं में ‘सुधार’ की बयार! BMO ने कसा शिकंजा, लापरवाहों की खैर नहीं

दमोह : रीठी तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले उप स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत कुछ स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा अपने कार्य में लापरवाही और अनुशासनहीनता की लगातार मिल रही शिकायतों के मद्देनजर खंड चिकित्सा अधिकारी (BMO) ने कड़ा रुख अपनाया है.

खंड चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी आदेश में सभी स्वास्थ्यकर्मियों को निर्देशित किया गया है कि वे समय पर अपने-अपने कार्यालय में उपस्थिति दर्ज करें और जनसेवा कार्यों को प्राथमिकता दें.आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि अनियमितता या मनमानी बरतने वाले कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.

लगातार स्थानीय मीडिया द्वारा क्षेत्र के उप स्वास्थ्य केंद्रों मैं कार्यरत स्वास्थ कर्मियो द्वारा मनमाने समय पर कार्यालय पहुंचने एवं क्षेत्र में लापरवाही पर रखने की खबर प्रकाशित की जा रही थी इसके बाद रीति के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मेघेंद्र श्रीवास्तव द्वारा खबरों को संज्ञान में लेते हुए आदेश जारी किया है जिसमें उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि क्षेत्र के सभी मैदानी स्वास्थ कर्मचारी अपने निर्मित समय पर कार्यालय पहुंचे और सही ढंग से स्वास्थ्य सेवाएं आम जनता को उपलब्ध कराए ऐसा नहीं करने पर लापरवाही पूर्वक कार्य करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को नहीं बक्शा जायेगा और उन पर कार्यवाही भी की जाएगी.

कई बार देखा गया की ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए परेशानी का सामना करना पड़ा। इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए BMO ने चेतावनी दी है कि स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही अब किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

BMO का कहना है कि “जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है.सभी कर्मचारी इस भावना के साथ कार्य करें अन्यथा उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की जाएगी.”

इस आदेश के बाद स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यसंस्कृति में सुधार आने की उम्मीद की जा रही है.

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