चुनाव आयोग को लेकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने पलटवार किया है. शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये लोग बिना किसी लॉजिक और तथ्य के चुनाव आयोग के बारे में हम लोगों को पाठ पढ़ाते हैं. ये लोग झूठ की दुकान चलाने की कोशिश कर रहे हैं. देश की जनता जिसे मैंडेट दिया है उसका राहुल गांधी इंसल्ट कर रहे हैं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि वे हमें बिना किसी आधार और तर्क के चुनाव आयोग के बारे में सिखाते हैं. 12 जून को चुनाव आयोग ने उन्हें अपने कार्यालय में आकर तथ्यों की व्याख्या करने के लिए एक पत्र भेजा था. लेकिन उन्होंने अभी तक ऐसा नहीं किया है, क्योंकि उनमें गंभीरता की कमी है. कई राज्यों के मुख्य चुनाव अधिकारी ने राहुल गांधी से इस संबंध में औपचारिक कार्यवाही शुरू करने के लिए एक हस्ताक्षरित हलफनामा प्रस्तुत करने को कहा था जो अब तक, उन्होंने प्रस्तुत नहीं किया है.
उन्होंने कहा कि जब चुनाव में जीत मिलती है तो उसे स्वीकार कर लिया जाता है, लेकिन हार होने पर मतदाता सूची और चुनाव आयोग के बारे में अचानक संदेह पैदा हो जाता है. यहां तक कि 12 जून को चुनाव आयोग ने उन्हें एक लेटर भेजा था बुलाया था. उनसे पूछा था कि वो बताएं कि कहां-कहां गड़बड़ियां उसके बारे में बताएं, लेकिन वो अभी तक नहीं गए क्योंकि वो उन्हें इसकी गंभीरता का पता नहीं है.
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, हरियाणा के चुनाव आयुक्तों ने उन्हें आरोपों के संबंध में एक एफिडेविट जमा करने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने उसे भी नजरअंदाज कर दिया. अभी तक नहीं दिया है. मैं उन्हें पूछना चाहता हूं कि आपका सीरियसनेस क्या है?
राहुल ने ईसी पर लगाए हैं गंभीर आरोप
दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार चुनाव आयोग पर हमला बोल रहे हैं और गंभीर आरोप लगा रहे हैं. हाल फिलहाल में राहुल गांधी ने फर्जी वोटिंग को लेकर चुनाव आयोग पर निशाना साधा था. इसके लिए उन्होंने एक वोटर का हवाला देते हुए दावा किया था कि वो वोटर कई राज्यों में अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहा है. हालांकि, थोड़ी ही देर बाद चुनाव आयोग ने राहुल के दावों की पोल खोल दी और उनके आरोपों को खारिजकर दिया.