गोंडा: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने गोंडा दौरे के दौरान भ्रष्टाचार पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि “नए भारत में बेईमानों और भ्रष्टाचारियों के लिए कोई जगह नहीं है.” उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया कि अगर कोई व्यक्ति नौकरी या लोन दिलाने के नाम पर रिश्वत मांगता है, तो जनता उसे न दे. भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर ऐसे लोगों की पीढ़ी की आखिरी सरकारी नौकरी होगी.
युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बड़ा कदम
सीएम योगी ने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के तहत देवी पाटन मंडल के 1,423 युवाओं को 55 करोड़ रुपये का लोन वितरित किया। इसके अलावा, एक जिला एक उत्पाद (ODOP) योजना के तहत 200 लोगों को टूल किट भी दी गई. उन्होंने कहा कि यह योजना प्रदेश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उद्यमिता को बढ़ावा देने में मदद करेगी.
उत्तर प्रदेश बना देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले यूपी देश की सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी, लेकिन आज यह दूसरे स्थान पर पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि पहले बारिश के कारण कार्यक्रम रद्द करने पड़ते थे, लेकिन अब प्रदेश में ऐसे संसाधन बन चुके हैं कि किसी भी मौसम में कार्यक्रम आयोजित किए जा सकते हैं.
महिला सशक्तिकरण को मिला बढ़ावा
सीएम योगी ने बताया कि पुलिस भर्ती में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए 20% पद बेटियों के लिए आरक्षित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले यूपी पुलिस में सिर्फ 10,000 महिलाएं थी, लेकिन अब उनकी संख्या काफी बढ़ गई है.
उत्तर प्रदेश बीमारू से समृद्ध राज्य बना
सीएम योगी ने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश को ‘बीमारू राज्य’ कहा जाता था, लेकिन अब यह समृद्ध राज्यों की श्रेणी में शामिल हो गया है. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग प्रयागराज महाकुंभ को बदनाम करने में लगे हुए थे, वे अपने राज्यों में हिंसा नहीं रोक पा रहे हैं.
युवाओं को नौकरी देने वाला नहीं, नौकरी देने वाला बनना होगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले गोंडा से लखनऊ पहुंचने में तीन घंटे लगते थे, लेकिन अब सिर्फ 1.75 घंटे में यात्रा पूरी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार अब युवाओं को नौकरी मांगने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला बनाने पर जोर दे रही है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना इसी दिशा में एक बड़ा कदम है.
सीएम योगी का यह दौरा प्रदेश के विकास की दिशा में उठाए जा रहे कदमों का प्रतिबिंब था, जिससे स्पष्ट होता है कि उत्तर प्रदेश अब तेज़ी से आत्मनिर्भरता और समृद्धि की ओर बढ़ रहा है.