महाराष्ट्र की सियासत में बड़ा विस्फोट होने की बात कही जा रही है. शिवसेना-यूबीटी के प्रमुख उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका लग सकता है. राजनीतिक गलियारों से खबर है कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना से बड़ी संख्या में सांसद, विधायक, विभाग प्रमुख और अन्य पदाधिकारी जल्द ही एकनाथ शिंदे की शिवसेना जॉइन करेंगे. ये खबर पिछले कई दिनों सूबे में छाई हुई है.
सूत्रों के अनुसार, शिवसेना-यूबीटी के 5 सांसद और 7 विधायकों को एकनाथ शिंदे की पार्टी के बड़े नेताओं के संपर्क में बताया जा रहा है, जिनमे शिंदे के सबसे भरोसेमंद एक केबिनेट मंत्री हैं, जो उद्धव की पार्टी के नेताओं को अपनी पार्टी में लाने के लिए लॉबिग कर रहे हैं.
सूत्रों के मुताबिक, आज औरंगाबाद (संभाजीनगर) जिले में उद्धव ठाकरे के 9 पूर्व पार्षद एकनाथ शिंदे की शिवसेना से जुड़ सकते हैं. शिवसेना-यूबीटी के इन पूर्व पार्षदों में किशोर नागरे, स्वाति नागरे, मोहन मेघवाले का नाम शामिल हैं. ये पार्षद संभाजीनगर महानगपालिका में कई अहम पदों पर राह चुके हैं. इसके पहले मुंबई की पार्षद राजुल पटेल ने भी शिवसेना-यूबीटी का साथ छोड़कर एकनाथ शिंदे को जॉइन किया था.
इस बारे में एकनाथ शिंदे की पार्टी के बड़े नेता से बातचीत की. शिवसेना शिंदे गुट के मुख्य प्रवक्ता किरण पावसकर ने दावा किया कि उद्धव ठाकरे की पार्टी के कई बड़े नेता, वर्तमान सांसद, विधायक, पदाधिकारी हमारे सम्पर्क में हैं. वो एकनाथ शिंदे से जुड़ना चाहते हैं. उनका नेतृत्व स्वीकारना चाहते हैं. अब उन्हें उद्धव ठाकरे के नेतृत्व पर भरोसा नहीं रहा.
बड़े-बड़े नाम हैं शामिल
ये पूछे जाने पर कि वो नेता, विधायक कौन हैं, इस पर पावसकर ने कहा बड़े नाम हैं. जल्द विस्फोट होगा. ऑपरेशन टाइगर के सवाल पर पावसकर ने कहा कि ऑपरेशन जरूर है, अब टाइगर है या लायन ये आप को पता चलेगा. रही सामना में एकनाथ शिंदे के बुराई की बात तो अब सामना पढ़ता कौन है? इस अखबार की न रीडरशिप बची है और ना विश्वसनीयता.
क्या एकनाथ शिंदे का फोन हो रहा टैप?
क्या दोनों शिवसेना एक होगी, इस पर उन्होंने कहा कि ये कभी नहीं होने वाला है. हम कभी उद्धव ठाकरे के साथ नहीं जाएंगे. वहीं, शिवसेना-यूबीटी संजय राउत ने आरोप लगाया था कि एकनाथ शिंदे का फोन टैप किया जा रहा है. इसको लेकर किरण पावसकर ने कहा कि ये ख्याली पुलाव पकाना राउत बंद करें. एकनाथ शिंदे न नाराज हैं और न उनका फोन कोई टैप कर रहा है.