नई दिल्ली/पलक्कड़:
केरल में आरएसएस कार्यकर्ता श्रीनिवासन की हत्या की जांच के दौरान एनआईए ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। एजेंसी ने बताया कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) भारत में 2047 तक इस्लामिक शासन स्थापित करने की गहरी साजिश रच रहा था।
एनआईए ने एर्नाकुलम की विशेष अदालत में दायर रिपोर्ट में बताया कि श्रीनिवासन की हत्या कोई सामान्य घटना नहीं थी, बल्कि यह पीएफआई की “सर्विस विंग” द्वारा अंजाम दिया गया सुनियोजित आतंकी हमला था। रिपोर्टर विंग पहले हिंदू नेताओं की रेकी करता और फिर लिस्ट बनाकर टारगेट तय किए जाते।
PFI के तार अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों जैसे लश्कर-ए-तैयबा, आईएसआईएस और अल-कायदा से भी जुड़े पाए गए। एजेंसी ने दावा किया कि संगठन भारत के संविधान को हटाकर इस्लामिक संविधान लागू करने की कोशिश में था।
मार्च 2025 में ईडी ने एसडीपीआई प्रमुख एमके फैज़ी को भी गिरफ्तार किया था, जो इस आतंकी साजिश में अहम भूमिका निभा रहे थे। NIA की जांच बताती है कि यह संगठन देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को खत्म कर कट्टरपंथी एजेंडे को लागू करना चाहता था।