संसद के बजट सत्र के चौथे दिन राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने सरकार की नीतियों का जिक्र किया. साथ ही उन्होंने पूर्व की सरकारों की भी बात की. पीएम मोदी ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम लिए बगैर उनके बयान का जिक्र करते हुए विपक्ष पर हमला बोला. उन्होंने कहा, हमारे देश में एक प्रधानमंत्री हुआ करते थे. उनको मिस्टर क्लीन कहने की आदत हो गई थी. उन्होंने एक समस्या को पहचाना था. उन्होंने कहा था कि दिल्ली से एक रुपया निकलता है तो गांव तक 15 पैसे पहुंचते हैं.
राजीव गांधी के इसी बयान को लेकर पीएम मोदी ने कहा, उस समय पंचायत से पार्लियामेंट तक एक ही पार्टी का राज था. ये बहुत गजब की हाथ सफाई थी. 15 पैसा किसके पास जाता था, ये लोग आसानी से समझ सकते हैं. देश ने हमें मौका दिया है. हमने समाधान खोजने का काम किया. हमारा मॉडल है ‘बजत भी और विकास भी, जनता का पैसा जनता के लिए”.
अब 25 करोड़ गरीब गरीबी से बाहर निकले हैं
प्रधानमंत्री ने कहा, 5-5 दशक तक हमने गरीबी हटाओ के नारे सुने. अब 25 करोड़ गरीब गरीबी से बाहर निकले हैं. योजनाबद्ध तरीके, समर्पित भाव और पूरी संवेदनशीलता से जब जीवन खपाते हैं तब ये होता है. जब जमीन से जुड़े लोग जमीन की सच्चाई को जानते हुए जमीन पर जीवन खपाते हैं तब जमीन पर बदलाव होकर रहता है.
पल-पल सपने रौंद दिए जाते हैं, ये हर कोई नहीं समझता
पीएम मोदी ने कहा, हमने गरीबों को झूठे नारे नहीं दिए. हमने सच्चा विकास दिया है. गरीब का दुख लोगों की तकलीफ और मिडिल क्लास के सपने ऐसे ही नहीं समझे जाते हैं, इसके लिए जज्बा चाहिए. मुझे दुख के साथ कहना है कि कुछ लोगों में ये है ही नहीं. बारिश के दिनों में कच्ची छत, प्लास्टिक की चादर वाली छत, उसके नीचे जीवन गुजारना कितना मुश्किल होता है, पल-पल सपने रौंद दिए जाते हैं. ये हर कोई नहीं समझता.
जिसने उस जिंदगी को जिया, उसे पता होता है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, अब तक गरीबों को 4 करोड़ घर मिले हैं. जिसने उस जिंदगी को जिया, उसे पता होता है कि पक्की छत मिलने का मतलब क्या होता है. एक महिला जब खुले में शौच जाने के लिए मजबूर हो जाती है तो वो सूर्योदय से पहले या बाद में नित्य-कार्य के लिए निकल सकती थी लेकिन ये लोग नहीं समझ सकते हैं. हमने 12 करोड़ से ज्यादा शौचालय बनाकर महिलाओं और बेटियों की ये समस्या दूर की है.