जगदलपुर सर्किट हाउस में मंत्री केदार कश्यप पर कर्मचारी से मारपीट करने का आरोप लगा है। रायपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झूमाझटकी हो गई।
रायपुर में कांग्रेसी गांधी मैदान कांग्रेस भवन से रैली निकालकर मंत्री का बंगला घेरने निकले थे। बंगले की ओर बढ़ने से पहले ही पुलिस ने बैरिकेड लगाकर कार्यकर्ताओं को मोतीबाग के पास रोक दिया। यहां कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच बहस हो गई। कांग्रेसियों ने मंत्री केदार कश्यप के खिलाफ नारेबाजी कर इस्तीफा देने की मांग की।
इससे पहले कोंडागांव में कांग्रेस ने रविवार की शाम विरोध प्रदर्शन कर मंत्री का पुतला दहन किया था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा पर दोहरे चरित्र का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर भाजपा ने मंत्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।
पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने कहा कि भाजपा नेताओं का दिमाग 7वें आसमान पर है। भाजपा के नेता जनता के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं। मंत्री केदार कश्यप ने एक कर्मचारी को बंद कमरे में बुलाकर गाली-गलौज कर मारपीट की। पीड़ित कर्मचारी ने अपनी आपबीती खुद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को फोन पर बताई है।
पुलिस नहीं लिख रही FIR
उपाध्याय ने कहा कि पीड़ित की शिकायत के बावजूद पुलिस FIR दर्ज नहीं कर रही है। कांग्रेस पार्टी उसकी लड़ाई लड़ रही है। इसके उलट कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए सैकड़ों की संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
विकास ने कहा कि भाजपा को नैतिकता के नाते मंत्री केदार कश्यप से इस्तीफा लेना चाहिए। जब तब पीड़ित को न्याय नहीं मिलता कांग्रेस की लड़ाई सड़क पर जारी रहेगी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पीड़ित कर्मचारी के साथ कोई अनहोनी होती है, तो उसकी जिम्मेदारी भाजपा सरकार और मंत्री केदार कश्यप की होगी।
‘कर्मचारी से दुर्व्यवहार लोकतंत्र का अपमान’
शहर कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश दुबे ने कहा कि मंत्री केदार कश्यप का कर्मचारी के साथ किया गया दुर्व्यवहार लोकतंत्र के अपमान का प्रतीक है। जनता और कर्मचारियों का अपमान करने वाले मंत्री को पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। हम उनके इस्तीफे की मांग पर अडिग