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न चोट लगी न बीमारी, फिर भी काटना पड़ा मासूम का पैर… कैसे लड़का बन गया दिव्यांग?

आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में एक लड़के के पैर को काटना पड़ा. पूरी तरह से स्वस्थ एक लड़का जिसे न तो कोई बीमारी हुई थी और न ही किसी तरह का कोई एक्सीडेंट, लेकिन फिर भी डॉक्टरों ने उसकी जान को बचाने के लिए उसके पैर को काट दिया और अब वो एक दिव्यांग के तौर पर पूरी जिंदगी बिताएगा. दरअसल, विजयवाड़ा जिला में बारिश के कारण जगह-जगह जलजमाव हो गया.

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अब गाड़ियां हो या कोई इंसान सभी को उस जलजमाव से होकर गुजरना पड़ता था. लड़का और उसका परिवार बारिश के उसी पानी में फंसा हुआ था. भवदीप को ज्यादा समय तक बारिश के पानी में रहना पड़ गया. पानी में मौजूद बैक्टीरिया के कारण उसके पैर में इन्फेक्शन हो गया, जिससे डॉक्टरों के पास लड़के को बचाने का सिर्फ एक ही तरीका बचा. इस तरह के इन्फेक्शन को देखकर डॉक्टर्स भी हैरान रह गए. बाढ़ में मौजूद बैक्टीरिया इतना खतरनाक हो सकता है कि वो पूरे शरीर में जानलेवा इन्फेक्शन कर दे.

बिना चोट के पैर के जरिए घुसा बैक्टीरिया

भवदीप के इस केस को देखकर डॉक्टर्स भी हैरान रह गए कि उसके पैर में किसी तरह की कोई चोट नहीं लगी हुई है, फिर भी बैक्टीरिया कैसे उसके शरीर में प्रवेश कर गया. भवदीप ने बाढ़ के पानी में कुछ समय तक काम भी किया. काम करने के बाद देर रात भवदीप की तबीयत अचानक बिगड़ गई. उसे डॉक्टरों के पास इलाज के लिए ले जाया गया.

भवदीप को ठंड देकर काफी तेज बुखार आ गया. जब जांच हुई तो सामने आया कि भवदीप के शरीर में एक खास तरह का बैक्टीरिया घुस गया है. जब पैरों को देखा गया तो उसे किसी तरह की चोट भी नहीं लगी हुई थी, फिर भी बैक्टीरिया घुस गया. आमतौर पर बारिश के पानी से बीमारियों का संक्रमण लोगों को हो जाता है, लेकिन इस केस से डॉक्टर भी दंग रह गए.

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