TET परीक्षा का सताया ऐसा डर… कहीं चली न जाए नौकरी, फांसी के फंदे से झूल गया सरकारी टीचर

उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में एक सरकारी टीचर ने आत्महत्या कर ली. वह TET परीक्षा पास करने की अनिवार्यता को लेकर परेशान थे. उन्हें अपनी नौकरी जाने का डर सता रहा था, जिस वजह से वह काफी दिनों से टेंशन में थे और इसी टेंशन के चलते उन्होंने अपनी जान दे दी. उनका शव उनके घर में फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला. सुप्रीम कोर्ट के टीईटी परीक्षा पास करने को अनिवार्य करने के फैसले का असर प्रदेशभर के लाखों शिक्षकों पर पड़ रहा है.

इसी बीच टीचर के आत्महत्या करने का मामला हमीरपुर के राठ कोतवाली क्षेत्र से सामने आया. यहां राठ के सैना रोड दीवानपुर के रहने वाले गणेशीलाल ने टीईटी परीक्षा पास करने की अनिवार्यता से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. वह महोबा के उच्च प्राथमिक स्कूल में असिस्टेंट टीचर के पद पर तैनात थे. शनिवार को उन्होंने अतरौलिया में अपने दूसरे घर में जाकर खुदकुशी कर ली.

नौकरी जान का डर सता रहा था

मृतक टीचर गणेशी के बेटे अनुरागी ने बताया कि पिता वह कुछ दिन पहले गया जी गए थे. शुक्रवार को ही वह वापस लौटे थे. इसके बाद शनिवार को घर से लापता हो गए. उनके बेटे ने उन्हें ढूंढ़ना शुरू किया. पिता को ढूंढ़ते हुए अनुरागी अपने दूसरे घर पहुंचा, जहां उनके पिता का शव बिजली के तार से फांसी पर लटका हुआ था. ये देखकर बेटे के पैरों तले जमीन खिसक गई. बेटे ने बताया कि पिता को इस उम्र में नौकरी जान का डर सता रहा था. जब से टीईटी पास करने की अनिवार्यता का आदेश सुप्रीम कोर्ट की ओर से सुनाया गया था. तभी से वह परेशान थे.

 

क्या है TET पास अनिवार्यता?

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट की ओर से सरकारी टीचर्स के लिए एक बड़ा फैसला सुनाया गया है, जिसके तहत अब हर सरकारी टीचर को शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) पास करना अनिवार्य कर दिया गया है. अब सेवा में बने रहने या प्रमोशन पाने के लिए टीचर को TET पास करना जरूरी होगा. अगर कोई शिक्षक TET पास नहीं करता है तो ऐसे में उस शिक्षक को इस्तीफा देना होगा या फिर कंपलसरी रिटायरमेंट लेनी पड़ेगी. इस फैसले के बाद शिक्षकों में टेंशन पैदा हो गई और इसी टेंशन के चलते उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में सरकारी टीचर गणेशीलाला ने आत्महत्या कर ली.

 

इन शिक्षकों पर नहीं पड़ेगा असर

सुप्रीम कोर्ट की ओर से कहा गया है कि जिन शिक्षकों की सेवा में अभी 5 साल से ज्यादा का समय बाकी है. उन्हें TET पास करना अनिवार्य है. हालांकि, जिनकी शिक्षण सेवा में 5 साल ही बचे हैं. वह शिक्षक इस फैसले के अंतर्गत नहीं आते हैं. उनके लिए TET पास करना जरूरी नहीं है. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद महोबा में भी मनोज साहू नाम के एक शिक्षक ने डरकर आत्महत्या कर ली थी.

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