राम मंदिर के पहली मंजिल का निर्माण पहले ही पूरा कर लिया गया था. अब इसमें दरवाजे लगाने का काम भी पूरी हो गया है. फर्स्ट फ्लोर पर 14 दरवाजे लगाए गए हैं. इन दरवाजों को महाराष्ट्र के बल्लारशाह से मंगवाई गई सागौन लकड़ियों से बनाया गया है, जिसमें बहुत ही शानदार नक्काशी की गई है. हालांकि, इन दरवाजों में से किसी को भी स्वर्ण मंडित नहीं किया गया है.
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण बहुत ही जोरों-शोरो से चल रहा है. मंदिर के निर्माण एजेंसी एलएंडटी के परियोजना निदेशक बीके मेहता ने बताया कि पहली और दूसरी मंजिल पर 14-14 दरवाजे लगने हैं. पहले मंजिल 14 दरवाजे लगा दिए गए हैं. वहीं, दूसरी मंजिल का काम अभी निर्माणाधीन है. उन्होंने बताया कि पहली मंजिल पर गर्भगृह समेत किसी भी दरवाजे पर स्वर्ण मंडित नहीं किया गया है. दरवाजों को स्वर्ण मंडित करने के विषय में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट की ओर से मंचन किया जा रहा है.
पहली मंजिल पर लगे 14 दरवाजे
राम मंदिर में भूतल पर 18 और पहली और दूसरी मंजिल पर 14-14 दरवाजे होंगे. वहीं, परकोट में 37 दरवाजे लगाए जाने हैं. बीके मेहता का कहना है कि जैसे-जैसे मंदिर का निर्माण होता जा रहा है. वैसे-वैसे दरवाजों के फिटिंग की प्रक्रिया आगे बढ़ती जाएगी. राम मंदिर के निर्माण का काम 24 घंटे चल रहा है, जिसमें दो शिफ्टों में हजारों मजदूर काम कर रहे हैं. अनुमान जताया जा रहा है कि मंदिर का पूरा काम सितंबर 2025 तक पूरा हो जाएगा.
एक साल में 4 करोड़ ने किए दर्शन
एक रिपोर्ट में सामने आया है कि एक साल के अंदर करीब 4 करोड़ राम राम लला के दर्शन कर चुके हैं. वही, करीब 200 करोड़ से ज्यादा का चढ़ावा आया है. भक्त पूरे मंदिर के दर्शन के लिए बहुत ही उत्सु है. इसलिए ट्रस्ट मंदिर के जल्द निर्माण पर जोर दे रहा है. राम मंदिर के निर्माण होने से पूरा अयोध्या का पूरी तरह से कायाकल्प हो गया है.