जेवर एयरपोर्ट से आएगी नौकरियों की बहार.. इन लोगों की बढ़ेगी डिमांड, मिलेगी अच्छी जॉब्स

ग्रेटर नोएडा के पास बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर एयरपोर्ट) अब लगभग तैयार है. यह एयरपोर्ट न केवल उत्तर भारत के कनेक्टिविटी नेटवर्क को मजबूत करेगा, लाखों लोगों के लिए रोजगार के दरवाजे खोल देगा. यह एशिया का सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनने जा रहा है, जो आने वाले समय में पूरे क्षेत्र की आर्थिक और सामाजिक तस्वीर बदल सकता है.

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शिखा ब्रह्मभट्ट ने बताया है कि जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के जरिये रोजगार के कितने दरवाजे खुल जाएंगे. शिखा ब्रह्मभट्ट एक लेखिका है और उन्हें एविएशन हॉस्पिटेलिटी क्षेत्र में 15 सालों का अनुभव है. इसके अलावा वे इमेजवीबर एयरहोस्टेस ट्रेनिंग एकेडमी की फाउंडर हैं. आइए जानते हैं जेवर एयरपोर्ट कितने युवाओं के लिए किस तरह की नौकरियों के अवसर लेकर आया है.

एवियेशन ऑपरेशंस और मैनेजमेंट

एयरपोर्ट पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) की जरूरत होगी. हवाई यातायात को नियंत्रित करने के लिए प्रशिक्षित एटीसी ऑफिसर और टेक्नीशियन की आवश्यकता होगी. इसमें हवाई यातायात की निगरानी, विमानों के टेक-ऑफ और लैंडिंग की समन्वय की जिम्मेदारी शामिल है. इसके अलावा विमानों की लोडिंग/अनलोडिंग, बैगेज हैंडलिंग, और विमान की सफाई और रखरखाव से संबंधित कार्यों के लिए ग्राउंड हैंडलिंग स्टाफ में कर्मचारियों की जरूरत होगी. इसमें रैंप ऑपरेटर, बैगेज हैंडलर, और मार्शलर जैसे पद शामिल हैं.

टर्मिनल संचालन, यात्री सेवाओं, और सुरक्षा प्रोटोकॉल के प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित प्रोफेशनल्स जैसे एयरपोर्ट ऑपरेशंस मैनेजर की मांग होगी. एयरलाइंस को नए मार्गों के लिए पायलटों और फ्लाइट अटेंडेंट्स की आवश्यकता होगी, जो स्थानीय युवाओं के लिए विशेष प्रशिक्षण के बाद अवसर प्रदान करेगा.

सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) और निजी सुरक्षा एजेंसियों के लिए सुरक्षा गार्ड, स्क्रीनिंग स्टाफ, और सिक्योरिटी सुपरवाइजर की भर्ती होगी. कस्टम्स और इमिग्रेशन सर्विसेज के मामले में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए कस्टम्स ऑफिसर, इमिग्रेशन ऑफिसर, और सहायक कर्मचारियों की जरूरत होगी. एयरपोर्ट पर पुलिस स्टेशन और फायर ब्रिगेड सेवाओं के लिए स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार दिया जा सकता है.

कार्गो और लॉजिस्टिक्स

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 80 एकड़ में बन रहा विशाल कार्गो टर्मिनल देश का सबसे बड़ा एयर कार्गो हब होगा. इसमें कार्गो हैंडलिंग और लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट से जुड़ी नौकरियां होंगी. इसमें कार्गो हैंडलर, वेयरहाउस मैनेजर, लॉजिस्टिक्स कोऑर्डिनेटर, और कोल्ड स्टोरेज ऑपरेटर जैसे पदों पर रोजगार मिलेगा. इसके अलावा सप्लाई चेन मैनेजमेंट जैसे स्थानीय उत्पादों (जैसे मोबाइल फोन, रेडीमेड गारमेंट्स, फल-सब्जियां) के निर्यात के लिए सप्लाई चेन प्रोफेशनल्स की मांग बढ़ेगी.

रिटेल और हॉस्पिटैलिटी में भी नौकरी के मौके मिलेंगे. एयरपोर्ट रिटेल और फूड कोर्ट में, टर्मिनल में दुकानों, रेस्तरां, और फूड कोर्ट के लिए सेल्स स्टाफ, कैशियर, शेफ, और हॉस्पिटैलिटी मैनेजर की जरूरत होगी. एयरपोर्ट के आसपास होटलों और गेस्ट हाउस की मांग बढ़ने से हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में नौकरियां सृजित होंगी, जैसे होटल मैनेजर, रिसेप्शनिस्ट, और हाउसकीपिंग स्टाफ के लिए भी कई पद खाली रहेंगे.

निर्माण और इन्फ्रास्ट्रक्चर

एयरपोर्ट के निर्माण और विस्तार (फेज-2 और फेज-3) के लिए सिविल इंजीनियर, इलेक्ट्रिकल टेक्नीशियन, और प्रोजेक्ट मैनेजर की आवश्यकता होगी. एयरपोर्ट के ढांचे, रनवे, और टर्मिनल के रखरखाव के लिए टेक्नीशियन, इलेक्ट्रिशियन, और प्लंबर जैसे कुशल श्रमिकों की मांग होगी. एयरपोर्ट के डिजिटल सिस्टम, जैसे चेक-इन कियोस्क, सिक्योरिटी सिस्टम, और नेटवर्किंग के लिए आईटी प्रोफेशनल्स के लिए नौकरियों के अवसर मिलेंगे.

प्रशासनिक और सहायक सेवाएं

एयरपोर्ट प्रशासन के मामले में मानव संसाधन, वित्त, और प्रशासनिक कार्यों के लिए क्लर्क, डाटा एंट्री ऑपरेटर, और ऑफिस असिस्टेंट जैसे पदों पर भर्ती होगी. यात्री सहायता, सूचना डेस्क, और हेल्पलाइन सेवाओं के लिए ग्राहक सेवा प्रतिनिधियों की मांग होगी. मार्केटिंग प्रोफेशनल्स और पब्लिक रिलेशन ऑफिसर्स की भर्ती होगी. जेवर क्षेत्र में बहुत सारे मीडिया संस्थान हैं, पब्लिक रिलेशन ऑफिसर्स के लिए वो एयरपोर्ट और आसपास आने वाली कम्पनियों में भी एप्लाई कर सकेंगे.

परिवहन और कनेक्टिविटी

मेट्रो और मोनोरेल सेवाएं, जेवर एयरपोर्ट को नोएडा मेट्रो और दिल्ली मेट्रो से जोड़ा जाएगा, जिससे मेट्रो ऑपरेटर, टिकटिंग स्टाफ, और स्टेशन मैनेजर जैसे पदों पर रोजगार मिलेगा. एयरपोर्ट से शहरों को जोड़ने के लिए ड्राइवर, परिवहन समन्वयक, और लॉजिस्टिक्स स्टाफ की जरूरत होगी. फरीदाबाद और बल्लभगढ़ को जोड़ने वाले ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के लिए टोल ऑपरेटर और रखरखाव कर्मचारियों की भर्ती होगी.

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) के निर्माण और संचालन से जुड़ी गतिविधियों के चलते प्रशिक्षण, कौशल विकास और हॉस्पिटेलिटी सेक्टर में बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे. इसके अंतर्गत सबसे पहले एविएशन ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट की स्थापना की जाएगी, जहां स्थानीय युवाओं को एविएशन सेक्टर से जुड़ी विभिन्न भूमिकाओं जैसे ट्रेनर और प्रशिक्षक के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा. इसके साथ ही भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से संचालित विभिन्न कौशल विकास योजनाओं के तहत स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम चलाए जाएंगे, जिनमें युवाओं को नौकरी के लिए तैयार किया जाएगा.

इसके अतिरिक्त, यह प्रोजेक्ट पर्यावरण और सतत विकास को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण प्रबंधन और वेस्ट मैनेजमेंट के क्षेत्रों में भी विशेषज्ञों जैसे पर्यावरण इंजीनियर, सस्टेनेबिलिटी मैनेजर, और कचरा प्रबंधन कर्मियों के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न करेगा.

अन्य अप्रत्यक्ष रोजगार में रियल एस्टेट और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवेलपमेंट का प्रमुख स्थान होगा, जहां आवासीय और वाणिज्यिक प्रोजेक्ट्स के विस्तार के चलते निर्माण श्रमिकों, रियल एस्टेट एजेंटों और प्रॉपर्टी मैनेजरों की मांग बढ़ेगी. एयरपोर्ट के आसपास स्थानीय व्यवसाय जैसे दुकानें, स्टॉल, और सर्विस सेंटर फलेंगे-फूलेंगे, जिससे स्थानीय उद्यमियों को भी आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा. साथ ही आईटी और स्टार्टअप सेक्टर को भी बढ़ावा मिलेगा, खासकर सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (STPI) जैसे संगठनों की मदद से, जिससे तकनीकी क्षेत्र में भी रोजगार सृजन होगा.

हॉस्पिटेलिटी सेक्टर की बात करें तो, जेवर एयरपोर्ट में इस क्षेत्र में भी बड़ी संख्या में नौकरियां निकलेंगी. इसमें प्रमुख रूप से केबिन क्रू, एयर होस्टेस, और फ्लाइट अटेंडेंट की जरूरत होगी, जो यात्रियों की सुरक्षा, सुविधा, और सेवा का ध्यान रखते हैं. इन पदों के लिए प्रमुख एयरलाइंस जैसे इंडिगो, एयर इंडिया, स्पाइसजेट और अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस नौकरियां प्रदान करेंगी.

हैंडलिंग स्टाफ के रूप में भी कर सकेंगे नौकरी

ग्राउंड हैंडलिंग स्टाफ जैसे बैगेज हैंडलर, रैंप ऑपरेटर, विमान क्लीनर, और मार्शलर आदि की भी जरूरत होगी, जिनका काम विमान के जमीन पर संचालन से जुड़ा होता है. इस क्षेत्र में AISATS, Celebi और Menzies Aviation जैसी कंपनियां प्रमुख नियोक्ता होंगी.

VIP हैंडलर की होगी आवश्यकता

एयरपोर्ट हॉस्पिटैलिटी और कस्टमर सर्विस के तहत यात्री सहायता, चेक-इन, सूचना डेस्क, और VIP सेवाएं प्रदान करने वाले स्टाफ जैसे गेस्ट सर्विस एजेंट, VIP हैंडलर आदि की आवश्यकता होगी, जिन्हें एयरपोर्ट ऑपरेटर, एयरलाइंस और निजी सेवा प्रदाता हायर करेंगे.

इसके अलावा, रिटेल और फूड सर्विस स्टाफ जैसे वेटर, बारिस्ता, कैशियर और रिटेल सेल्स असिस्टेंट की भी मांग होगी, जो टर्मिनल में स्थित रेस्टोरेंट, कैफे और दुकानों में काम करेंगे. इन पदों पर WH Smith, Relay, Domino’s, Starbucks जैसे ब्रांड्स के साथ-साथ स्थानीय व्यवसायों द्वारा भी नियुक्ति की जाएगी.

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