महात्मा गांधी के ये 10 अनमोल विचार, जो दिखाते हैं जीने की सच्ची राह…

भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को कौन नहीं जानता. बच्चा-बच्चा उनके नाम से वाकिफ है. बता दें 30 जनवरी, 1948 को महात्मा गांधी इस दुनिया को अलविदा कह गए. उन्हें नाथुराम गोडसे ने गोली मार दी. महात्मा गांधी ने हमेशा देश को अहिंसा का रास्ता दिखाया, लेकिन वह खुद हिंसा का शिकार हो गए.

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साबरमती के संत महात्मा गांधी हे राम कहकर इस दुनिया से हमेशा के लिए विदा हो गए. बेशक गांधी जी आज हमारे बीच न हों लेकिन उनके विचार अमर हैं. उनकी कही हुई बातें आज भी हमारा मार्गदर्शन करती हैं. इस आर्टिकल में हम हम आपको बापु के 10 विचारों के बारे में बताएंगे, जो उनके जीवन और विचारधारा को स्पष्ट करती हैं.

महात्मा गांधी के 10 अनमोल विचार

अहिंसा: गांधीजी का सबसे बड़ा सिद्धांत अहिंसा था. उनका मानना था कि हिंसा से कोई समस्या हल नहीं होती. उन्होंने हमेशा अहिंसा का पालन किया.

सत्य: महात्मा गांधी ने सत्य को अपने जीवन का सबसे महत्वपूर्ण आदर्श माना. उनका मानना था कि सत्य की शक्ति किसी को भी परास्त किया जा सकता है.

उच्च विचार: गांधीजी के अनुसार, हमारे विचारों का कर्मों पर गहरा असर पड़ता है. इसलिए हमें हमेशा अच्छे और सकारात्मक विचारों को अपनाना चाहिए.

सेवा करना: गांधीजी का मानना था कि हम जो भी काम दूसरों के लिए करते हैं, वही असली सेवा है. जब हम अपने अच्छे कार्यों के माध्यम से दूसरों की भलाई करते हैं, तो हम स्वयं भी बेहतर बनते हैं.

समानता का भाव: गांधीजी ने जातिवाद और समाज में भेदभाव के खिलाफ संघर्ष किया. उन्होंने ‘अछूतों’ के अधिकारों के लिए आवाज उठाई और उन्हें ‘हरिजन’ यानी भगवान के लोग कहकर सम्मानित किया.

साधारण जीवन: गांधी जी का जीवन बेहद साधारण था. उन्होंने अपने जीवन में स्वच्छता, सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों को अपनाया. उनका आदर्श “सादा जीवन, उच्च विचार था.”

प्रयास करते रहें: गांधी जी हमेशा कहते थे कि किसी भी काम के पूरा होने तक प्रयास जारी रखें. अपने सपनों को साकार करने के लिए निरंतर प्रयास और लगन से काम करना चाहिए.

खुद में लाएं बदलाव: गांधीजी का मानना था कि अगर हमें बदलाव लाना है, तो सबसे पहले हमें खुद में बदलाव लाना होगा. अगर हम चाहते हैं कि दुनिया बेहतर हो, तो हमें अपनी सोच और व्यवहार को सुधारना होगा.

अपने रास्ते खुद बनाएं: गांधीजी हमेशा कहा करते थे किअपनी राह खुद चुननी चाहिए. किसी और के रास्ते पर चलने से बेहतर है कि आप अपनी आत्मा की आवाज़ सुनकर अपना मार्ग निर्धारित करें.

सबको प्रेम करें: गांधी जी का विश्वास था कि प्रेम की शक्ति सबसे बड़ी होती है. यह दुनिया के बड़े से बड़े विवाद को खत्म कर सकता है.

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