Vayam Bharat

‘ये छात्र हैं, पाकिस्तान से आए आतंकवादी नहीं हैं’, एमएसयू के बाहर क्या हुआ ऐसा? क्यों किया छात्रों-अभिभावकों ने हंगामा

वडोदरा सिटी के एम.एस. विश्वविद्यालय में बी.कॉम प्रथम वर्ष की सूची में सामान्य वर्ग में 75 प्रतिशत मेरिट वाले हजारों स्थानीय छात्रों को प्रवेश से वंचित कर दिया गया है. ऐसे में गुरुवार को छात्र संगठन ऑल गुजरात स्टूडेंट यूनियन के नेतृत्व में छात्रों और अभिभावकों ने विश्वविद्यालय मुख्यालय पहुंचकर स्थानीय छात्रों को प्रवेश देने की जोरदार मांग की और हंगामा किया. साथ ही विश्वविद्यालय PRO को एक आवेदन सौंपा. AGSU के पंकज जायसवाल ने हेड ऑफिस के गेट पर ताला लगाते हुए कहा, ‘ये छात्र हैं, पाकिस्तान से आए आतंकवादी नहीं.’

Advertisement

स्थानीय छात्र प्रवेश से वंचित ऑल गुजरात स्टूडेंट्स यूनियन (AGSU) के पंकज जयशवाल ने कहा, एम.एस. विश्वविद्यालय के वाणिज्य संकाय ने फर्स्ट ईयर बी.कॉम (ऑनर्स) के लिए मेरिट सूची जारी कर दी है. जिसमें से 31 सीटें बाहरी लोगों को आवंटित की गईं और 69 प्रतिशत सीटें वडोदरा शहर और जिले के छात्रों को आवंटित की गईं. ये बहुत गलत फैसला है. इस बार वडोदरा के 70 फीसदी छात्र दाखिले से वंचित रह गए हैं. इसलिए हमारी मांग है कि वडोदरा के छात्रों के लिए सीटें बढ़ाई जाएं.

आप मुख्यालय जाना क्यों बंद कर देते हैं?

उन्होंने आगे कहा कि एम.एस. वड़ोदरा के छात्रों को विश्वविद्यालय में प्रवेश का पहला अधिकार है. इसलिए हमारी मांग है कि वडोदरा के 95 फीसदी छात्रों को प्रवेश दिया जाए. हम छात्रों और अभिभावकों के साथ मुख्य कार्यालय पर प्रस्तुति देने आए हैं लेकिन हमें अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है. यूनिवर्सिटी इन्हीं छात्रों से चलती है लेकिन हमें प्रवेश नहीं दिया जाता. ये आतंकवादी नहीं, छात्र हैं. ताकि उनकी प्रस्तुति सुनी जा सके. पुलिस यहाँ क्यों है? ये छात्र हैं, पाकिस्तान से आए आतंकवादी नहीं, तो आप इन्हें हेड ऑफिस जाने से क्यों रोक रहे हैं. हम छात्रों के लिए न्याय की मांग करते हैं.

वडोदरा के विद्यार्थियों को मिलना चाहिए प्रवेश छात्रा प्रीति ने कहा, मैंने एफ.वाई. बीकॉम के लिए फॉर्म भरा था. मुझे 12वीं में 61% अंक मिले लेकिन मुझे दाखिला नहीं मिला. पिछले साल तो 45 प्रतिशत को भी प्रवेश मिला था. हमें वडोदरा के विद्यार्थियों को प्रवेश दिलाना चाहिए. बाहरी छात्रों को प्रवेश दिया जाता है, इसलिए हम प्रवेश से वंचित रह जाते हैं.

वाणिज्य में घरेलू छात्रों के लिए 70 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान

एमएस विश्वविद्यालय के PRO हितेश राविया ने कहा कि छात्रों की मांग के कारण वाणिज्य में घरेलू छात्रों के लिए 70 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया गया है. हालाँकि, इस बार 12वीं कक्षा का परिणाम उच्च रहा है, वाणिज्य संकाय में सामान्य वर्ग में मेरिट 75 प्रतिशत पर रुकी है और छात्रों की मांग है कि वडोदरा शहर और जिले के सभी छात्रों को प्रवेश मिले. गुजरात सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार अलग आरक्षण प्रक्रिया के अनुसार वाणिज्य संकाय द्वारा मेरिट सूची की घोषणा की गई है. हम छात्रों की भावनाओं को मोवड़ी मंडल तक पहुंचाएंगे और उन्हें कम करने का प्रयास करेंगे.

Advertisements