15 दिसंबर यानी आज रात 10 बजकर 19 मिनट पर सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे. सूर्य के इस राशि में प्रवेश के साथ शुभ कार्य बंद हो जाते हैं. इसे धनु खरमास भी कहते हैं. ये स्थिति लगभग एक माह तक बनी रहती है. इस समय ज्योतिषीय कारणों से शुभ कार्य वर्जित हो जाते हैं. सूर्य के पुनः मकर राशि में जाने के बाद ही शुभ कार्य शुरू हो पाते हैं. सूर्य 15 जनवरी को धनु से मकर राशि में प्रवेश करेंगे.
कौन-कौन से कार्य होंगे वर्जित?
धनु खरमास में विवाह या विवाह से संबंधित मंगल कार्य वर्जित होते हैं. इस दौरान नए मकान का निर्माण और संपत्ति संबंधी कार्य वर्जित होते हैं. नए व्यवसाय की शुरुआत और नया कारोबार भी वर्जित माना गया है. अन्य मंगल कार्य जैसे द्विरागमन, कर्णवेध और मुंडन आदि भी वर्जित होते हैं.
धनु खरमास में उपनयन संस्कार या किसी नए व्रत और पूजा अनुष्ठान की शुरुआत करने से बचना चाहिए. कहते हैं कि ऐसी व्रत-पूजा का फल उत्तम नहीं होता है. खरमास में किसी नए काम की शुरुआत, दुकान की ओपनिंग जैसे काम को भी टाल देना चाहिए. इससे आपके कारोबार में बाधा आ सकती है.
अलग-अलग राशियों पर असर
इस राशि परिवर्तन का प्रभाव राशियों पर अगले एक माह तक पड़ेगा. कुछ राशियों के लिए यह परिवर्तन अशुभ होगा और कुछ के लिए मध्यम फलदायी रहेगा. कुछ राशियों के लिए यह परिवर्तन अशुभ हो सकता है. धनु खरमास मेष, मिथुन, सिंह, वृश्चिक और धनु राशि के लिए मध्यम होगा. वृष, कन्या और मकर राशि के लिए नकारात्मक होगा.
धनु खरमास में नुकसान से बचने के उपाय
धनु खरमास की अवधि में नित्य प्रातः सूर्य देव को हल्दी मिलाकर जल अर्पित करें. इसके बाद विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें. ताम्बे का एक छल्ला धारण करें. दिन की शुरुआत गुड़ खाकर करें. पूर्व दिशा की तरफ सर करके सोना शुरू कर दें तुला, कुंभ और मीन राशि वालों के लिए बेहद शुभ होगा.