रायपुर: पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल को लेकर संभावित मंत्रियों की लिस्ट सामने आई है. इस लिस्ट में कई पुराने मंत्रियों को फिर से मंत्री बनाया जा सकता है. वहीं गठबंधन के कई बड़े नेताओं को भी मौका मिल सकता है.
लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी ने एक बार फिर धमाकेदार जीत दर्ज की है. बीजेपी ने प्रदेश की 11 में 10 सीटों पर अपना परचम लहराया है. खबर है कि नरेंद्र मोदी की तीसरी पारी में छत्तीसगढ़ से भी एक या दो सांसदों को मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. सूत्रों की माने तो, मोदी कैबिनेट में बीजेपी के दिग्गज नेता बृजमोहन अग्रवाल और संतोष पांडेय का नाम रेस में आगे चल रहा है. खबर है कि इन दोनों को या फिर किसी एक को मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है.
बता दें कि, बृजमोहन अग्रवाल की गिनती बीजेपी के दिग्गज नेताओं में होती है. वह लगातार रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र का लगातार आठवीं बार प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. बृजमोहन अग्रवाल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से एक छात्र नेता के रूप में की थी. इसके बाद, 1990 में अविभाजित मध्यप्रदेश के समय पहली बार विधायक बने. उन्होंने 1993 और 1998 में भी अविभाजित मध्य प्रदेश के रायपुर से विधायक पद पर जीत हासिल की. छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद, बृजमोहन अग्रवाल ने अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा. उन्होंने 2003, 2008, 2013, 2018 और 2023 के विधानसभा चुनावों में लगातार पांच बार जीत दर्ज की.
वहीं इस लोकसभा चुनाव में अग्रवाल ने विकास उपाध्याय को बड़े वोटों के अंतर से हराया है. बृजमोहन अग्रवाल ने 1050351 और विकास उपाध्याय ने 475066 वोट हासिल किए. 1991 के बाद से ये सीट बीजेपी के अलावा कोई दूसरा दल नहीं जीत पाया है. एक बार फिर बीजेपी ने इस सीट पर जीत हासिल करके रिकॉर्ड बनाया है. ऐसे में उनका नाम इस रेस में सबसे आगे है।
दूसरी तरफ राजनांदगाव सीट से लोकसभा में जीत दर्ज करने वाले संतोष पांडेय का नाम भी इस रेस में चल रहा है. उन्होंने इस लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहे भूपेश बघेल को शिकस्त दी है.
इन सब के अलावा सांसद विजय बघेल का नाम भी उन लोगों में शामिल है, जो मोदी की मंत्रिमंडल में अपनी जगह बना सकते है. बता दें कि दुर्ग लोकसभा सीट से विजय बघेल दोबारा चुनाव जीते हैं. वह 2019 से भी बड़ी जीत हासिल किए हैं. विजय बघेल, पूर्व सीएम भूपेश बघेल के भतीजे हैं। वह ओबीसी वर्ग से आते हैं.अनुभवी और तेज तर्रार नेताओं में गिनती होती है. बीजेपी राज्य की ओबीसी आबादी को साधने के लिए उनपर दांव लगा सकती है.