मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले से हैरान करने वाली घटना सामने आई है. ज़िले की ओरछा पुलिस ने एक गैंग को पकड़ा है. खास बात है कि इस गैंग में सिर्फ माहिलाएं थी… जिनका काम था चोरी और लूट! ये महिलाएं वारदात को अंजाम देने के लिए किसी एक राज्य में नहीं टिकती थी. इसी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने 3 महिलाओं को पकड़ा है. ये सभी महिलाएं ग्राहक बनकर जेवर की दुकानों में घुसती थी और सोने-चांदी के जेवरात पर चुपके से हाथ साफ़ कर रफूचक्कर हो जाती थी. पुलिस ने महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है. ये सभी महिलाएं अधेड़ उम्र की है. हिरासत में ली गई महिलाओं के पास से 1.05 लाख रुपये के सोने के गहने और 7 लाख रुपये की कार बरामद हुई है.
कैसे पकड़ी गई महिलाएं?
12 फरवरी को बृजेश सोनी नामक दुकानदार ने ओरछा थाने में चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि 10 फरवरी को दोपहर 2:30 बजे तीन महिलाएं उनकी दुकान में आईं और 98 हजार रुपये के सोने के गहने चुराकर भाग गईं. ये महिलाएं इतनी सफाई से वारदात को अंजाम देती थी कि अच्छे-अच्छे चोरों को टक्कर दे रही हो.
कौन-कौन हैं आरोपी ?
पुलिस ने साइबर सेल की मदद से जांच शुरू की. फिर CCTV फुटेज, टोल कैमरों की मदद से इन्हें दबोचा. जांच में पता चला कि महिलाएं उत्तर प्रदेश के जालौन जिले की रहने वाली हैं. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. गिरोह में तीन शामिल महिलाएं हैं. जिनके नाम इस प्रकार है – माया दोहरे, माया देवी व मिथलेशी
कैसे करती थी चोरी ?
महिलाएं पहले दुकानों की रेकी करती थीं. फिर भीड़भाड़ वाले समय में ग्राहक बनकर दुकान में जाती थीं और गहनों की चोरी कर लेती थीं. पुलिस ने महिलाओं के पास से करीब 1.05 लाख रुपये के सोने के गहने समेत 7 लाख रुपये की कार बरामद की है.
इस मामले को सुलझाने में SHO रामबाबू शर्मा और उनकी टीम ने अहम भूमिका निभाई. पुलिस अब महिलाओं से अन्य चोरी की घटनाओं की पूछताछ कर रही है. साथ ही चोरी के गहने खरीदने वाले लोगों की तलाश भी की जा रही है.