Vayam Bharat

ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में बहुत लाभदायक हैं ये दो योग

ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में बहुत लाभदायक है ये दो योग
ब्लड प्रेशर की बीमारी आजकल लोगों के लिए आम बात हो गई है. खराब जीवन शैली और तनाव की वजह से लोग बीपी से ग्रस्त रहते हैं. आपको बता दे की केवल लाइफस्टाइल के कारण ही नहीं बल्कि किडनी की बीमारी, एक्सरसाइज ना करना, मोटापा और कई समस्याओं के कारण बीपी होने की संभावना बढ़ जाती है.
आपको बता दें, पहले तो यह प्रोब्लम केवल बड़े बुजुर्गों में ही पाई जाती थी, लेकिन अब यह समस्या बच्चों, बुजुर्गों और युवाओं में भी पाई जाती है. ऐसे में बीपी होने की वजह से लाइफस्टाइल के साथ-साथ डाइट को भी चेंज करना जरूरी है. वहीं, कुछ लोगों को ये नहीं पता होता की बीपी को योग के जरिए भी कंट्रोल किया जा सकता है.
उज्जायी प्राणायाम
उज्जायी श्वास में सांस लेना और छोड़ना दोनों ही नाक के माध्यम से किया जाता है. आपको बता दें, आर्टरी के दोनों तरफ गले के अंदर कैरोटिड साइनस होते हैं. जिससे चलते ब्लड हार्ट से दिमाग तक बहता है. ये साइनस दिल की धड़कन सहित ब्लड फ्लो और दबाव को कंट्रोल करता है. वहीं, जब भी बीपी में गिरावट या बढ़ोतरी होती है, तो ये कैरोटिड साइनस ब्रेन को हार्ट रेट और बीपी को बढ़ाने या घटाने का संदेश भेजते हैं. जिसके बाद ब्रेन दिल की धड़कनों को बढ़ाकर या घटाकर बीपी को कंट्रोल करने के लिए धमनियों को चौड़ा करके प्रतिक्रिया करता है. उज्जायी प्राणायाम करने के लिए आप सबसे पहले ध्यान मुद्रा में जाएं और आप अपने पूरे शरीर को अच्छी तरह से आराम दें. इसके बाद अपनी सांसों पर ध्यान दें. हर सांस अंदर लेने और छोड़ें.
फिर आप अपनी सांस को धीमा करें. आप गले के क्षेत्र को हल्का दबाएं जिससे कैरोटिड साइनस पर दबाव पर सके. आप आपने गले के क्षेत्र से सांस लेते रहें, जितना आपसे संभव हो. ये अभ्यास जब रात में किया जाता है, तो ये अनिद्रा को दूर करने के लिए एक अच्छा काम करता है.

Advertisement

साधारण श्वास जागरूकता
इस अभ्यास को करने के लिए आप सबसे पहले आराम से बैठें और फिर अपनी आंखें बंद करें और जागरूक करें और देखें कि आपके शरीर का कोई भी हिस्सा जकड़ा हुआ तो नहीं है.
सबसे पहले आप अपने पूरे शरीर को घुमाएं और आराम करें.
सांसों लें और फिर अपनी नाक के अंदर ले जाएं.
आप इसको करते समय सांस लेने या छोड़ने की कोशिश न करें.
धीरे-धीरे सांस लेने और छोड़ने के साथ आप अपनी जरूरत के अनुसार चुपचाप ओम बोल सकते हैं.
इसका अभ्यास को आप 3 से 5 मिनट तक करें सकते है.

Advertisements