कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ पूर्णिया पहुंची. यहां दोनों नेताओं ने बाइक रैली भी निकाली. हालांकि, इस दौरान यात्रा का विरोध भी देखने को मिला. यात्रा को लेकर सबसे बड़ा विरोध राजद के ही वरिष्ठ नेता और तेजस्वी के भाई तेजप्रताप यादव ने किया. तेजप्रताप यादव ने कहा कि चुनाव में लोग अपना-अपना पापड़ और रोटी बेलने में लगे हैं.
बेगूसराय में एक जन संवाद कार्यक्रम के दौरान तेज प्रताप ने कहा कि तेजस्वी और राहुल गांधी एसी कारों और हेलीकॉप्टर से यात्रा कर रहे हैं, लेकिन वे गांव की पगडंडियों पर चलकर जमीन से जुड़े नेता बनना चाहते हैं. उन्होंने दावा किया कि बिहार की जनता जानती है कि असली जमीनी नेता कौन है. तेज प्रताप ने अपने पिता लालू प्रसाद यादव की नीतियों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने गरीब-मजदूर को आवाज दी. उनका कहना था कि वे भी सामाजिक न्याय को आगे बढ़ाने का काम करेंगे और गांव के नेता बने रहेंगे.
बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा और सम्राट चौधरी ने भी राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर निशाना साधा. विजय सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विकास की गति बढ़ा रहे हैं, जबकि राहुल गांधी और तेजस्वी प्रधानमंत्री के खिलाफ अशब्दों का प्रयोग कर रहे हैं. उन्होंने राहुल को “वोट चोर” कहने को गलत बताते हुए कहा कि यह उनके संस्कार को दिखाता है.
‘उनके माता-पिता ने 15 साल के शासन में क्या किया’, सम्राट चोधरी
सम्राट चौधरी ने भी राहुल और तेजस्वी पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ “युवराज” घूम रहे हैं, लेकिन उन्हें बताना चाहिए कि उनके माता-पिता ने 15 साल के शासन में क्या किया. उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी की यात्रा को हरी झंडी दिखाने खुद लालू यादव सासाराम गए थे.
जेडीयू ने भी किया राहुल-तेजस्वी की यात्रा का विरोध
उधर नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) के सोशल मीडिया पर भी एक एआई जेनरेटेड वीडियो जारी कर राहुल-तेजस्वी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ को निशाना बनाया गया है. जेडीयू के एक्स हैंडल पर “वे दोनों जब तक कुछ झूठ बोल पाते, वहां की जनता ने पहले ही दोनों को सच दिखा दिया” कैप्शन के साथ एक वीडियो जारी किया है.
तेजप्रताप यादव ने नीतीश कुमार पर भी हमला बोला
तेजप्रताप यादव ने नीतीश सरकार पर भी हमला बोला. उन्होंने बढ़ते अपराध, हत्या, बलात्कार और शराबबंदी पर सवाल उठाते हुए कहा कि शराबबंदी सिर्फ कागजों में है, असल में हर जगह शराब की होम डिलीवरी हो रही है. साथ ही उन्होंने बिहार में पलायन और रोजगार की कमी को सबसे बड़ी समस्या बताया. तेज प्रताप ने कहा कि पढ़े-लिखे नौजवान पकौड़ा तलने पर मजबूर हैं और नौकरी न मिलने के कारण उनकी शादियां भी नहीं हो पा रही हैं.