सागर। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) शुरू होते ही ऑनलाइन सट्टेबाजी के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। इस बार सागर पुलिस ने एक ऐसे संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों के युवकों को 20 हजार रुपये मासिक वेतन पर रखकर करोड़ों रुपये का सट्टा संचालित कर रहा था।
महाराष्ट्र के थाणे शहर से संचालित इस रैकेट के 8 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह खुलासा तब हुआ, जब एक सप्ताह पहले सागर में पकड़े गए सटोरिए आकाश ने पूछताछ में इस नेटवर्क की जानकारी दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए थाणे में छापेमारी कर इस गिरोह के नियंत्रण कक्ष तक पहुंच बनाई।
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
पकड़े गए युवकों के पास से 14 लाख रुपये की आय और 7 लाख रुपये के भुगतान का हिसाब, दर्जन भर बैंक खाते, मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य सामग्री बरामद हुई है। पुलिस अब इस नेटवर्क के मास्टरमाइंड तक पहुंचने के लिए पूछताछ कर रही है।
कैसे शुरू हुई जांच?
सागर जिले के मोतीनगर थाना पुलिस ने 18 मार्च को राहतगढ़ बस स्टैंड के पास सिंधी कॉलोनी निवासी आकाश को सट्टेबाजी करते हुए गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आकाश ने खुलासा किया कि यह सट्टेबाजी का कारोबार महाराष्ट्र के थाणे से संचालित हो रहा है।
उसके पास से सट्टे की आईडी और एक बुकी का नंबर मिला। इस सूचना के आधार पर सागर पुलिस ने दो टीमों को तुरंत महाराष्ट्र भेजा। वहां जांच के बाद पुलिस थाणे के एक किराए के कमरे में चल रहे सट्टेबाजी के नियंत्रण कक्ष तक पहुंची। इस ऑपरेशन में पुलिस ने जबलपुर, कटनी और दिल्ली के 8 युवकों को हिरासत में लिया।
गिरफ्तार आरोपियों में पीयूष अहूजा (21, जबलपुर), तुषार नागदेव (21, कटनी), साहिल वाधवानी (21, कटनी), राहुल देवानी (25, कटनी), अंश बोधवानी (18, कटनी), विशाल वाधवानी (26, कटनी), दिनेश चेलानी (22, कटनी) और साद खान (20, दिल्ली) शामिल हैं। इनके पास से बरामद सामग्री में 8 मोबाइल फोन, 3 पासबुक, 9 चेकबुक, 15 एटीएम कार्ड और एक लैपटॉप शामिल है।