कर्नाटक के दावणगेरे न्यामती एसबीआई बैंक डकैती मामले में 6 महीने बाद पुलिस के हाथ सफलता लगी है. दावणगेरे पुलिस ने छह महीने बाद इस मामले का खुलासा किया और 13 करोड़ रुपये मूल्य का 17 किलोग्राम सोना जब्त किया. न्यामती कस्बे में एसबीआई बैंक से 28 अक्टूबर 2024 को चोरी हुई थी. चोरों की तलाश में जुटी पुलिस ने व्यापक अभियान चलाया और चोरों के गिरोह को पकड़ने में सफल रही.
पुलिस ने बताया कि तमिलनाडु के मूल निवासी और वर्तमान में मदुरै, तमिलनाडु में रहने वाले 30 वर्षीय विजय और उनके भाई अजय, 28, इस डकैती के मास्टरमाइंड हैं. पुलिस ने बताया कि चोरों ने ये पहली डकैती थी. यह उनकी पहली डकैती थी. पुलिस ने बताया कि इन आरोपियों ने बेकरी व्यवसाय शुरू करने के लिए बैंक से लोन के लिए आवेदन किया था. हालांकि विजय का आवेदन अस्वीकार कर दिया गया, क्यों कि उनका क्रेडिट स्कोर कम था.
वेब सीरीज देखकर बैंक लूटा
लोन न पास होने से परेशान होकर विजय कुमार ने वेब सीरीज देखकर बैंक डकैती की योजना बनाकर इस गिरोह का गठन किया.पुलिस ने बताया कि नेटफ्लिक्स के मनी हीस्ट ने उन्हें प्रेरित किया. डकैती के लिए करीब 4 किमी. काफी दूर से पैदल आ रहे आरोपी ने बैंक का मुख्य गेट तोड़कर अंदर प्रवेश किया. आरोपियों ने जिन अलमारियों में आभूषण रखे थे, उन्हें गैस कटर से काट दिया गया और 17 किलो जेवर लूटकर भाग गए थे.
व्यवस्थित तरीके से दिया था चोरी को अंजाम
पुलिस ने बताया कि चोरों ने बैंक पर ढेर सारा कास्टिक पाउडर फेंककर सबूत नष्ट करने की कोशिश की थी, जिससे डकैती के बारे में कोई सुराग न मिल सके. आरोपियों ने बैंक से चुराए गए सोने के आभूषणों को तमिलनाडु के मदुरै के पास एक गांव में ले जाकर एक बगीचे में छिपा दिया था. उन्होंने फिल्में और यूट्यूब वीडियो देखकर अपनी पहली चोरी को बहुत व्यवस्थित तरीके से अंजाम दिया था.