UP News: मेरठ में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां ‘नकली’ डीजल पकड़ा गया है. दरअसल, पुलिस ने यहां एक गोदाम पर छापेमारी की. इस दौरान 35 हजार लीटर डीजल और पेट्रोल ऐसा मिला है, जिसमें मिलावट की गई थी. पुलिस का कहना है कि तेल में सॉल्वेंट मिलाकर तेल बनाया जा रहा था, इसे बनाने वाले गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि यह गिरोह टैंकर से असली तेल निकालकर उसमें मिलावटी तेल भर देता था और फिर उसे पेट्रोल पंपों तक पहुंचाता था.
जानकारी के अनुसार, पुलिस ने यह छापेमारी परतापुर थाना क्षेत्र के गेझा गांव में स्थित एक गोदाम पर की. यह गोदाम खेतों के बीच बना हुआ था, ताकि पुलिस की नजर से बचा जा सके. गोदाम में छापेमारी के दौरान 35 हजार लीटर तेल बरामद किया गया, जिसमें से 12 हजार लीटर असली और 23 हजार लीटर मिलावटी तेल पाया गया. पुलिस को इस गोदाम में जमीन के अंदर एक टैंकर भी मिला है, जिससे यह गिरोह तेल को छिपाकर रखता था.
गिरोह का तरीका बेहद शातिर था. जब कोई टैंकर तेल डिपो से पेट्रोल या डीजल लेकर पेट्रोल पंप की तरफ जाता, तो ये लोग रास्ते में उसका जीपीएस निकाल लेते थे, ताकि उसकी लोकेशन ट्रैक न की जा सके. इसके बाद टैंकर को गोदाम में लाकर असली तेल निकाल लेते और उसमें मिलावटी तेल भर देते थे. इसके बाद टैंकर में फिर से जीपीएस लगाकर उसे पेट्रोल पंप पर भेज देते थे, जिससे किसी को शक न हो.
पूरे मामले को लेकर क्या बोले एसपी?
मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम ने बताया कि परतापुर थाना क्षेत्र के गेझा गांव में एएसपी ब्रह्मपुरी के नेतृत्व में छापेमारी की गई, जहां अवैध तेल गोदाम मिला है. वहां से 35000 लीटर तेल बरामद हुआ है. इसमें 12000 लीटर सही और 23000 लीटर मिलावटी तेल है. यहां से 6 लोग हिरासत में लिए गए हैं. पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि तेल के डिपो से टैंकर निकलते हैं, वहां से जीपीएस निकाल लेते हैं और टैंकर पर गोदाम पर लाते हैं.
तेल को यहां निकालते थे और उसमें मिलावटी तेल डाल दिया जाता था. सॉल्वेंट से यह तेल तैयार कर रहे थे. फिर दोबारा जीपीएस लगाकर पेट्रोल पंप पर टैंकर को भेज दिया जाता था. अभी पूछताछ चल रही है कि इसमें कौन-कौन शामिल है और कहां से करते थे और कब से कर रहे थे , सभी को न्यायालय में पेश किया जाएगा.