खंडवा: मुंबई से चलकर वाराणसी को जाने वाली महानगरी एक्सप्रेस में तीन चोर एसी कोच में चढ़ गए। इसके बाद यात्रियों का बैग चोरी कर लिया। यात्रियों की नजर उनपर पड़ी तो दो चोर चलती ट्रेन में से कूद गए, वहीं एक को यात्रियों ने घेर लिया। इसके बाद जमकर उसकी पिटाई की और उसे ट्रेन के डिब्बे में ही बांध दिया। ट्रेन 150 किमी दूर खंडवा पहुंची तब यात्रियों ने चोर को GRP के हवाले किया। एक पीड़ित यात्री की शिकायत पर जीआरपी ने चाेर के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरु की।
दो चोर मौके से भागे
घटना मंगलवार सुबह की है। यात्रियों के अनुसार तीन चोर महानगरी एक्सप्रेस के एसी कोच बी-6 में चालिसगांव स्टेशन से चढ़े थे।इसके बाद यात्रियाें का सामान चुराया। दो चोर मौके से भागने में सफल हो गए।एक को यात्रियों की यात्रियों ने जमकर पिटाई की और उसे चार घंटे ट्रेन में बांधकर रखा। ट्रेन सुबह करीब 9.45 बजे खंडवा स्टेशन पहुंची। यहां पीड़ित यात्री जफर अंंसारी की शिकायत पर GRP ने उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज किया।
चोर ने गलत बताया नाम
जीआरपी की पूछताछ में चोर ने अपना नाम अभिजीत लक्ष्मीकांत मिश्रा बताया। वहीं फरियादी यात्री ने कहा कि जब चोर की पिटाई हो रही थी ताे वह खुद को कभी पंडित बताता, तो पिटाई होने पर अल्लाह-अल्लाह कह रहा था। वहीं चोर ने जीआरपी को प्रारंभिक पूछताछ में कहा कि उसने कोई चोरी नहीं की, वह तो परिवार के साथ सफर रहा था।
यात्री बोले- गांजे के नशे में था चोर
खंडवा स्टेशन पर उतरे गुस्साए यात्रियों ने कहा कि चोर के दो साथी बैग लेकर भाग गए, जिसमें उनके रुपये और मोबाइल था। यात्री ऋषिकेश पांडे निवासी जोनपुर ने कहा हम मुंबई से यात्रा कर रहे थे, चोर ने मारपीट के बाद कबूला कि उसके साथ दो साथी थे, जो भाग गए। यह चोर गांजे के नशे में था, इसलिए पकड़ा गया। ऐसे ही लोग ट्रेनों में महिलाओं से रेप भी करते हैं।
टीसी का भी नाम ले रहा था चोर
यात्री ऋषिकेश पांडे व अन्य ने आरोप लगाते हुए कहा कि चोर की जब विधिवत पिटाई शुरु हुई और हमने पूछा कि एसी कोच में कैसे चढ़ गया तो वह टीसी का भी नाम लेने लगा। यात्रियों ने कहा कि चोर, बदमाश ट्रेनों में घुमते है, यह ट्रेन के स्काड की चैकिंग की भी गलती है। बगैर टिकिट के चोर AC डिब्बे में चढ़ गया।
पर्स और मोबाइल नहीं मिला
ट्रेन में चढ़े जो दो चोर भागने में सफल हाे गए, वह खंडवा निवासी यात्री जफर अंसारी की पत्नी का पर्स ले गए।जिसमें नकदी, मोबाइल और दवाईयां थीं। जो उन्हें नहीं मिल पाया। अन्य यात्रियों ने कहा कि ट्रेन में इस तरह घटनाएं यात्रियों के साथ हो रही है। इससे अच्छा तो वह थोड़े रुपये और खर्च कर एसी का टिकट लेने की बजाय हवाई जहाज से सफर करना पसंद करेंगे।