बिहार के समस्तीपुर जिले के गांव सिहमा का एक युवक पंजाब के बठिंडा में मोची का काम करता है. इस कारोबार में वो अपना और परिवार का ठीक से पेट पाल पाता था. अचानक से उसकी पूरी जिंदगी बदल गई. वो उसी काम में लग्जरी लाइफ जीने लगा. बिहार के गांव से लेकर पंजाब के बठिंडा में उसने आलीशान कोठी बनवा लीं. उसकी आमदनी से गांव के लोग हैरान रह गए. लेकिन, जब उसका भांडा फूटा तो सब सन्न हो गए.
मोची का काम करने वाला सुनील कुमार राम देश का गद्दार निकला. उसे खुफिया एजेंसियों ने गिरफ्तार किया है. उससे पूछताछ की जा रही है. सुनील कुमार राम, समस्तीपुर जिले के बिथान थाने के सिहमा गांव का रहने वाला है. उसके पिता का नाम इंग्लिश राम था, जिनकी पूर्व में मौत ही गई थी. सुनील राम का एक भाई अनिल राम है, जो अपनी मां के साथ गांव में रहता है.
बठिंडा में करता है मोची का काम
सुनील राम पंजाब के बठिंडा में मोची का काम करता है. उस पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का आरोप है. वह काफी दिनों से देश की खुफिया एजेंसियों की रडार पर था. सुनील राम को बठिंडा कैंट से हिरासत में लिया गया है. उसकी कई संदिग्ध हरकतें सुरक्षा एजेंसियों के हाथ लगी हैं. सूत्रों की माने तो सुनील पाकिस्तान की एक लड़की एक संपर्क में था. वह उससे व्हाट्सएप पर चैटिंग किया करता था. उसने कई जानकारियां इस लड़की से साझा की थीं.
बात करने से डरते थे गांव वाले
लगातार चैटिंग करने से वह खुफिया एजेंसियों की नजर में आ गया. पाकिस्तान से संपर्क और जासूसी का शक होने पर उसे हिरासत में लिया गया. पुलिस और खुफिया एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं. सुनील राम जिस गांव सिहमा का रहने वाला है, वहां के लोग उसकी गिरफ्तारी की खबर से सन्न हैं. वह कुछ भी बताने को तैयार नहीं है. कुछ गांव वालों ने नाम न बताने की शर्त पर मीडिया को उसके बारे में जानकारी दी. गांव वालों का कहना है कि सुनील काफी गुस्सैल किस्म का है. उसके इस मिजाज को लेकर लोग उससे बात नहीं किया करते थे.
लग्जरी गाड़ी से आता था गांव
गांव वालों ने बताया कि सुनील के दिन अचानक से बदल गए. उसने गांव में शानदार मकान बनवा लिया. बठिंडा में उसने जमीन खरीदकर कोठी बनवाई है.गांव के लोगो ने बताया कि सुनील जब भी गांव आता तो वह लग्जरी गाड़ी लेकर आता था. उसके साथ कई संदिग्ध लोग आते थे. उसके पास पिस्टल और ने हथियार होते थे. सुरक्षा एजेंसियां उसकी जांच कर रही है. सुनील की गतिविधियां पर नजर रखी जा रही थी. उसके खलाफ कई अहम सुराग मिले हैं.