पिछले कुछ सालों से ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस (BCI) पर काफी काम हो रहा है. CES 2025 में BCI बेस्ड एक गैजेट पेश किया गया. दावा किया जा रहा है कि ये आपके दिमाग़ को पढ़ सकता है. यानी आप क्या सोच रहे हैं उसे डिकोड कर सकता है.
अमेरिकी स्टार्टअप Based Hardware ने AI वेयरेबल Omi लॉन्च किया है. इस छोटे डिवाइस को आप पेंडेंट या नेकलेस की तरह गले में टांग सकते हैं. इसे Hey Omi बोल कर ऐक्टिवेट किया जा सकता है. लिस्निंग मोड पर वेक वर्ड की जरूरत नहीं होगी.
इसे छोटे डिवाइस को अपने हेड साइड पर भी माउंट कर सकते हैं. इंटरनेट पर कुछ लोग इसे दिमाग़ पढ़ने वाला डिवाइस समझ रहे हैं, लेकिन ये पूरी तरह फिलहाल सच नहीं है. क्योंकि ये BCI बेस्ड फीचर फ्यूचर में आएगा.
दरअसल ये BCI बेस्ड कम और AI टूल ज्यादा लगता है, क्योंकि ये भी Rabbit R1 और Humane Pin की तरह ही काम करता है. इसमें GPT 4o दिया गया है और ये यूजर्स को पर्नलाइज्ड एडवाइस दे सकता है.
इस स्टार्टअप ने ऐसा क्लेम किया है कि Omi को अपने फोरहेड के साइड में ब्रेन इंटरफेस मेडिकल टेप के ज़रिए स्टिक कर सकते हैं. ये डिवाइस यूजर्स के सवालों के जवाब दे सकता है, कॉनवर्सेशन को समराइज कर सकता है, ToDo लिस्ट बना सकता है और मीटिंग्स शेड्यूल कर सकता है. ये रियल टाइम ट्रांसलेट भी करता है. यानी आपको आस पास कोई किसी दूसरे लैंग्वेज में बातें कर रहा है तो ये आपको उसका पूरा ट्रांसलेशन देगा.
प्राइवेसी के लिहाज़ से एक मुश्किल ये भी है कि Omi हमेशा लिस्निंग मोड़ पर ही रहता है यानी आपकी बातचीत सुनता रहता है. हालांकि कंपनी ने ये मेक श्योर किया है कि यूजर्स डेटा को लोकली स्टोर कर सकते हैं और ये देख सकते हैं कि उनका डेटा कहां जा रहा है. इसलिए ही इसे ओपन सोर्स भी रखा गया है.
Omi की क़ीमत 89 यूएस डॉलर्स यानी लगभग 7640 रुपये है. हालांकि इस डिवाइस का ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस ऐक्सेस यूजर्स को बाद में मिलेगा. फ़िलहाल ये सिर्फ ऑडियो ऑनली AI प्रोडक्ट है और इसे 2025 के दूसरे क्वॉर्टर में ग्लोबली शिप किया जाएगा.
कंपनी के मुताबिक़ OMI फ्यूचर में ब्रेन वेव्स पढ़ सकता है और जो भी सोचेगा उसे वो ट्रांसलेट कर सकता है. लेकिन ये फीचर फ़िलहाल के लिए फुल प्रूफ़ नहीं है और आने वाले समय में इसे ऐक्टिवेट किया जा सकता है.
OMI ऐप स्टोर पर 250 से भी ज्यादा ऐप्स मिलेंगे. ये दरअसल प्लगइन्स हैं. इस डिवाइस को किसी वेक वर्ड की ज़रूरत नहीं होती है, क्योंकि ये लगातार आपको सुन रहा होता है.
अगर फ्यूचर में ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस फीचर ऐक्टिव करने में कंपनी सक्सेस होती है तो शायद ये गेम चेंजिंग डिवाइस बन सकता है. लेकिन सिर्फ AI डिवाइस के तौर पर इसे यूज़ करना कोई सेंस नहीं बनाता. मार्केट में AI डिवाइसेज ऑलरेडी काफी सारे हैं जिनका कोई ख़ास यूज़ नहीं है. क्योंकि स्मार्टफ़ोन में ही अब AI से जुड़े तमाम फीचर्स मौजूद हैं. इसलिए लोगों के लिए एक स्मार्टफ़ोन के साथ दूसरा डिवाइस साइड बाइ साइड यूज़ करना मुश्किल है.