जयपुर में प्रॉपर्टी डीलर्स और फाइनेंस का काम करने वालों का अपहरण कर फिरौती मांगने वाले 3 बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बदमाशों का यह गैंग प्रॉपर्टी डीलर्स को टारगेट करता है और उनका अपहरण करके फिरौती मांगता है.तीनों की गिरफ्तारी शिप्रापथ थाना पुलिस द्वारा की गई है. यह गैंग अब तक 7 प्रॉपर्टी डीलर्स को किडनैप कर चुका है.
जानकारी के अनुसार तीनों ने बीते दिन एक प्रॉपर्टी डीलर्स के मूवमेंट की रेकी की थी और इसके बाद रास्ते में उसकी कार रोक कर मारपीट करने के बाद अपनी कार में उठा ले गए थे. गैंग के बदमाश इससे पहले भी 6 से ज्यादा अपहरण की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. गिरफ्तार आरोपी के नाम हरसहाय गुर्जर उर्फ रवि, सुनील सिंह और महेन्द्र सिंह उर्फ गोली है. हालांकि गैंग का मुख्य सरगना अभी फरार है जिसकी तलाश की जा रही है.
जयपुर दक्षिण पुलिस उपायुक्त दिगंत आनंद ने बताया कि परिवादी अमित कुमार ने रिपोर्ट दी है कि बीते 7 नवंबर रात को करीब 1 बजे वे दोस्तों से मिलकर मीरा मार्ग मानसरोवर से अपने फ्लैट दुर्गापुरा कैब से जा रहे थे. जब अमित चौपाटी मानसरोवर के पास पहुंचे तो एक गाड़ी पीछे से आई और कैब के सामने लगा दी. फिर कार में से 4-6 लड़के उतर कर अमित को कैब से जबरदस्ती निकाल कर मारपीट करते हुए खुद की गाड़ी में डालकर ले गए.
जहां उसके तीन मोबाईल, फोन पर्स, घड़ी व पैसे छीन लिये और दूर सुनसान अपार्टमेंट की छत पर ले जाकर बंधक बनाकर मारपीट कर 50 लाख रुपये फिरौती मांगी. हालांकि, मौका पाकर अमित बदमाशों के चंगुल से भाग निकले.
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए घटना स्थल के आसपास के सीसीटवी चेक किए. सीसीटीवी की मदद से गाडी व वारदात में शामिल अभियुक्तों के हुलिये की पहचान की गई. वहीं, पीडित द्वारा बताये गये संदिग्ध मोबाइल नंबरों की सीडीआर प्राप्त कर बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि अपहरण की वारदात का प्लान राजेन्द्र चौधरी करता है, जिसके साथ बाकि बदमाश मिलकर काम करते हैं. राजेन्द्र चौधरी जयपुर व अन्य शहरों में पैसे वाले प्रॉपर्टी डीलर की पहचान करता है. इसके बाद रेकी करके किडनैपिंग का प्लान बनाता है. इसके बाद अपहरण करके अपने फ्लैट में ले जाकर मारपीट करता है. फिर छोड़ने के नाम पर उनसे पैसे मांगता है.